पेशावर हमले से दहला पाकिस्तान, तैयार करने में जुटा मास्टर प्लान
AajTak
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ खान ने संसद भवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत में आतंकियों का मिलकर मुकाबला करने की बात की. उन्होंने कहा कि आतंकियों के खिलाफ सेना नया ऑपरेशन शुरू कर सकती है. लेकिन इस पर फैसला उच्चस्तरीय राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) में लिया जाएगा.
पाकिस्तान के पेशावर में आत्मघाती हमले के बाद देशभर में अलर्ट की स्थिति बनी हुई है. इस हमले में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. हमले के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने सभी राजनीतिक दलों से आतंक के खिलाफ एकजुट होने को कहा है.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ खान का कहना है कि सिर्फ एक संप्रदाय या समाज के एक वर्ग को नहीं बल्कि पूरे देश को निशाना बनाने वाले इन आतंकियों के खिलाफ हम सभी को एकजुट होना पड़ेगा.
संसद भवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत में ख्वाजा आसिफ से आतंकियों के खिलाफ सेना के किसी तरह के नए ऑपरेशन के बारे में पूछा गया, जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि आतंक के सफाए के लिए नया मिलिट्री ऑपरेशन शुरू करने का फैसला उच्चस्तरीय राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) में लिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा समिति का है. इस तरह के फोरम पर ऐसी चीजों पर फैसला नहीं लिया जा सकता.
उन्होंने बाद में संसद को संबोधित करते हुए सभी राजनीतिक दलों से आतंकियों के खिलाफ एकजुट होने को कहा.
उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ जर्ब-ए-अज्ब ऑफरेशन के समय जिस तरह की सहमति थी, वैसी सहमति की आज की जरूरत है. ऐसी उम्मीद की जा रही है कि प्रधानमंत्री इस दिशा में कोई कदम उठाएंगे.
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर जर्मन विदेश मंत्रालय की ओर से की गई टिप्पणी पर भारत ने कड़ा एतराज जताया था. भारत ने कहा था कि हम ऐसी टिप्पणियों को हमारी न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप और न्यायपालिका की स्वतंत्रता को कमजोर करने के रूप में देखते हैं. जिसके बाद जर्मनी ने अपने बयान से यू-टर्न ले लिया है.
इजरायल-हमास जंग में सीधा दखल देते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने गाजा में लड़ाई रोकने का प्रस्ताव पास किया. ये यूनाइटेड नेशन्स की सबसे मजबूत शाखा है. ऐसे में जाहिर है कि उसका कहना भी खासा मायने रखेगा. लेकिन क्या हो अगर कोई देश उसकी बात को नजरअंदाज कर दे? कब और क्या-क्या एक्शन ले सकती है परिषद?
इजरायल-हमास जंग में सीधा दखल देते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने गाजा में लड़ाई रोकने का प्रस्ताव पास किया. ये यूनाइटेड नेशन्स की सबसे मजबूत शाखा है. ऐसे में जाहिर है कि उसका कहना भी खासा मायने रखेगा. लेकिन क्या हो अगर कोई देश उसकी बात को नजरअंदाज कर दे? कब और क्या-क्या एक्शन ले सकती है परिषद?
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि पिछले हफ्ते मॉस्को के बाहरी इलाके में मौजूद क्रोकस सिटी हॉल में हुआ घातक हमला इस्लामी आतंकवादियों द्वारा किया गया है. हालांकि, पुतिन ने मामले में यूक्रेन को क्लीन चिट नहीं दी है. पुतिन ने कहा कि ये यूक्रेन के लिए भी फायदेमंद था और हो सकता है कि कीव ने इसमें भूमिका निभाई हो. उन्होंने ये टिप्पणी आतंकी हमले के जवाब में रूस द्वारा हुई एक मीटिंग के दौरान की. इससे पहले फ्रांस ने अमेरिका के हां में हां मिलाते हुए कहा कि, खुफिया जानकारी से संकेत मिलता है कि हॉल में हुए हमले के लिए इस्लामिक स्टेट जिम्मेदार है. आपको बता दें कि इस हॉल में 4 आतंकियों ने घुसपैठ की और करीब 140 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गवाई.
ईरान के जुर्माने से बचने के लिए पाकिस्तान ने उठाया ये कदम तो अमेरिका ने दी प्रतिबंध लगाने की चेतावनी
अमेरिका ने पाकिस्तान को पाक-ईरान गैस पाइपलाइन परियोजना को लेकर चेतावनी दी है. अमेरिका ने पाकिस्तान को इस परियोजना को रोकने की सलाह दी है. अगर पाकिस्तान ऐसा नहीं करता है तो उसे अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है. इस प्रोजेक्ट को लेकर मई 2009 में पाकिस्तान और ईरान के बीच समझौता हुआ था.