पूर्वांचल के जानी दुश्मन आएंगे साथ... क्या गाजीपुर में मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल के लिए वोट मांगेंगे अजय राय?
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गाजीपुर लोकसभा सीट से मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल सपा से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे. मुख्तार यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय के बड़े भाई अवधेश राय की हत्या के मामले में जेल की सजा काट रहा है. राय और अंसारी परिवार के बीच पुरानी अदावत रही है.
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सपा और कांग्रेस का गठबंधन हो गया है. सपा ने कांग्रेस को 17 सीटें दी हैं. इस बीच एक सीट को लेकर काफी चर्चा हो रही है और वह सीट है गाजीपुर की. इस सीट से सपा के टिकट पर अफजाल अंसारी लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे. अफजाल अवधेश राय हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त माफिया मुख्तार अंसारी के भाई हैं. मुख्तार के खिलाफ यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी है. दरअसल, अवधेश राय कांग्रेस नेता अजय राय के बड़े भाई थे.
सपा-कांग्रेस आए साथ, गाजीपुर में क्या होगा?
मालूम हो कि बीते दिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गठबंधन का औपचारिक ऐलान किया. इस गठबंधन के तहत कुल 17 सीटों पर कांग्रेस यूपी में चुनाव लड़ेगी, जिसमें सपा उसकी मदद करेगी. वहीं, बाकी सीटों पर सपा के लिए कांग्रेस समर्थन जुटाएगी.
उल्लेखनीय है कि अखिलेश यादव के निर्देश पर सपा की लोकसभा चुनाव प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट 19 फरवरी को जारी हुई थी. इस लिस्ट में अफजाल अंसारी को गाजीपुर से प्रत्याशी घोषित किया गया था. अफजाल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के बड़े अवधेश राय हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त मुख्तार अंसारी के बड़े भाई हैं और इनकी आपस की कटुता और दुश्मनी जगजाहिर है.
अजय राय और अंसारी परिवार में अदावत
दर्जनों बार अजय राय सार्वजनिक मंचों से मुख्तार अंसारी, अफजाल अंसारी और उनसे जुड़े लोगों पर हत्या करने, आतंक फैलाने जैसे गंभीर आरोप लगा चुके हैं. इतना ही नहीं बीते साल जब अवधेश राय हत्याकांड मामले में मुख्तार अंसारी को उम्रकैद की सजा मिली तो अजय राय ने अदालत की चौखट पर जाकर माथा टेका था.
एग्जिट पोल का अनुमान बताता है कि बीजेपी और महायुति को जितनी सीटों पर जीतने की उम्मीद थी, वो पूरी होती नहीं दिख रही है. एग्जिट पोल में महाराष्ट्र की 48 सीटों में से बीजेपी को 20-22, कांग्रेस को 3-4, शिवसेना (ठाकरे गुट) को 9-11, शिवसेना (शिंदे गुट) को 8-10, एनसीपी (शरद पवार) को 4-5 और एनसीपी (अजित पवार) को 1-2 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है.
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