पादरी और इमाम कहां हैं? भूमिपूजन पर सिर्फ पुजारी पहुंचे तो सांसद ने अधिकारी से जताई आपत्ति
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डीएमके के लोकसभा सांसद डॉ सेंथिलकुमार ने भूमि पूजा पर आपत्ति जताई और कहा कि राज्य में सरकार का द्रविड़ मॉडल है, जिसमें सभी धर्म शामिल हैं.
तमिलनाडु में सत्तारूढ़ DMK के लोकसभा सांसद एस सेंथिलकुमार ने सड़क परियोजना के लिए हिंदू पुजारी द्वारा भूमि पूजा पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि ऐसे किसी भी आयोजन के लिए सभी धर्मों के प्रतिनिधियों को प्रार्थना के लिए आमंत्रित किया जाना चाहिए.
धर्मपुरी से DMK सांसद ने अपने गृह जिले में पहुंचने पर एक अधिकारी से पूछा कि क्या उन्हें पता है कि एक सरकारी समारोह को इस तरह से आयोजित नहीं किया जाना चाहिए, जिसमें केवल एक विशेष धर्म की प्रार्थना शामिल हो. DMK सांसद ने पूछा, "सर, आपके पास निर्देश हैं या नहीं कि सरकारी समारोह इस तरह नहीं होने चाहिए. क्या आप जानते हैं या नहीं?"
भगवा कपड़े पहने हिंदू पुजारी की ओर इशारा करते हुए सांसद ने अधिकारी से पूछा, "यह क्या है? अन्य धर्म कहां हैं?, ईसाई और मुस्लिम कहां हैं? चर्च के पादरी, इमाम को आमंत्रित करें, किसी भी धर्म को नहीं मानने वालों (नास्तिक) को आमंत्रित करें.
पूजा के खिलाफ नहीं, सभी धर्मों को करें शामिल
सांसद ने जिस अधिकारी से ये सवाल पूछे वो लोक निर्माण विभाग का कार्यकारी अभियंता था और उसने इस घटना के लिए सांसद से माफी मांगी. हालांकि डीएमके सांसद ने यह स्पष्ट किया कि वह पूजा के खिलाफ नहीं हैं, ऐसे आयोजनों में सभी धर्मों को शामिल किया जाना चाहिए.
बीजेपी उपाध्यक्ष ने की कड़ी निंदा
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.