पाकिस्तान की बर्बादी से क्यों डरा बैठा हुआ है जिगरी दोस्त चीन?
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महंगाई और गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के ऊपर डिफॉल्ट होने का खतरा मंडरा रहा है. पाकिस्तान में गहराता आर्थिक संकट और विदेशी कर्ज न चुकाने की संभावनाओं को देखते हुए चीन भी चिंतित है क्योंकि पाकिस्तान के ऊपर सबसे ज्यादा कर्ज चीन का ही है.
आर्थिक तंगी और महंगाई की मार झेल रहे पाकिस्तान की मुश्किलें दिनों-दिन बढ़ती जा रही है. विदेशी मुद्रा की कमी की वजह से पैदा हुए भुगतान संकट से आयात प्रतिबंध जारी है. पाकिस्तान डिफॉल्ट होने के कगार पर है. पाकिस्तान की बर्बादी की आशंका से चीन भी डरा हुआ है.
गंभीर आर्थिक संकट में फंसे पाकिस्तान पर सबसे ज्यादा कर्ज चीन का है. इस आर्थिक संकट से उबरने के लिए पाकिस्तान एक से एक बढ़कर हथकंडे अपना रहा है, लेकिन हालत बद से बदतर होती जा रही है. पाकिस्तान में गहराता आर्थिक संकट और विदेशी कर्ज न चुकाने की संभावनाओं को देखते हुए चीन भी चिंतित है.
चीन ने सोमवार को कहा है कि इस गंभीर आर्थिक संकट से निपटने के लिए पाकिस्तान की ओर से उठाए गए कदमों का वह समर्थन करता है, उम्मीद है कि पाकिस्तान इससे उबर कर आगे बढ़ेगा.
चालू खाता घाटा में भारी गिरावट
पाकिस्तानी अंग्रेजी अखबार 'द डॉन' के मुताबिक, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) की ओर से सोमवार को जारी आकड़ों के अनुसार, भुगतान संकट के कारण वर्तमान में पाकिस्तान का चालू खाता घाटा जनवरी 2022 की तुलना में लगभग 90 फीसदी गिरकर 0.24 अरब डॉलर मात्र रह गया है. जबकि जनवरी 2022 में यह आंकड़ा 2.47 अरब डॉलर था.
रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर 2022 की तुलना में जनवरी 2023 महीने की चालू खाता घाटा में भी 16 फीसदी से ज्यादा की कमी दर्ज की गई है. दिसंबर 2022 में यह आंकड़ा 0.29 अरब डॉलर था.