
पहचान पाकिस्तानी लेकिन ख्वाहिश हिंदुस्तान में जिंदगानी... रोते-धोते जबरन घरवापसी कर रहे पाकिस्तानियों की कहानी
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कश्मीर में करीब 40 साल से रह रही परवीन का कहना है कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कीमत हमें चुकानी पड़ रही है. अब पुलिस जबरन हमें पाकिस्तान भेज रही है. लेकिन हम वहां जाना नहीं चाहते. परवीन ने बताया कि उनकी दो जवान बेटियां हैं, ऐसे में उन्हें लेकर कहां जाएंगे.
'भारत ही मेरा घर, मैं वापस नहीं जाना चाहती...', यह कहना है पाकिस्तान के इस्लामाबाद की निवासी मरियम का, जो बुलंदशहर के खुर्जा कस्बे में अपने भारतीय पति के साथ रह रही हैं. अब पहलगाम हमले के बाद सरकार के आदेश की वजह से उन्हें वापस पाकिस्तान भेजा जा रहा है. लेकिन मरियम यूपी सरकार और केंद्र सरकार से गुहार लगा रही हैं कि उन्हें भारत में ही रहने दिया जाए.
सरकार ने जारी किए आदेश
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद से भारत लगातार पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठा रहा है. इसमें एक फैसला भारत आए पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने से जुड़ा है. ऐसे सभी पाकिस्तानी जो शॉर्ट टर्म वीजा पर भारत आए हैं, उन्हें अपने मुल्क लौटना होगा. गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों और प्रशासकों को निर्देश दिया कि वे अपने यहां अल्पकालिक वीजा पर रह रहे पाकिस्तानियों का पता लगाएं और उन्हें डिपोर्ट करें.
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पाकिस्तानी नागरिक मरियम का कहना है कि वह इस्लामाबाद से हैं लेकिन उनकी शादी भारत में ही हुई है और अब वह वापस नहीं जाना चाहतीं. उन्होंने बताया कि वह दो महीने पहले शॉर्ट-टर्म वीजा पर भारत आई थीं और आते ही लॉन्ग टर्म वीजा के लिए अप्लाई कर दिया था. तीन साल पहले मरियम की शादी खुर्जा निवासी आमिर से हुई थी. वह कहती हैं, 'जहां मेरा पति है, वही मेरा घर है. मैं यहीं रहना चाहती हूं.' भारत में रहने की ख्वाहिश पालने वाली मरियम अकेली नहीं हैं बल्कि ऐसे हजारों लोग हैं जो पाकिस्तानी नागरिक हैं लेकिन भारत में ही रहना चाहते हैं. सिर्फ बुलंदशहर में ऐसी चार अन्य पाकिस्तानी महिलाएं थीं, जिन्हें पाकिस्तान भेजा जा चुका है.
परिवार छोड़ लौटना पड़ा पाकिस्तान

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