
पश्चिम बंगाल: पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय बीजेपी में शामिल, राज्य पार्टी प्रमुख की उपस्थिति में ली सदस्यता
AajTak
कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व जज जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने इस्तीफा देने के बाद कहा था कि उन्होंने अब राजनीति में उतरने का फैसला कर लिया है, क्योंकि टीएमसी ने उन्हें मैदान में आकर लड़ने की चुनौती दी थी.
कलकत्ता हाई कोर्ट (Calcutta High Court) के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय, भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए हैं. उन्होंने पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रमुख सुकांत मजूमदार, नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी और अन्य नेताओं की उपस्थिति में पार्टी की सदस्या हासिल की. बता दें कि अभिजीत गंगोपाध्याय ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और इस बात का ऐलान किया था कि वो बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं.
इस्तीफा देने के बाद अभिजीत गंगोपाध्याय ने कहा था कि मैंने एक न्यायाधीश के रूप में कभी राजनीति नहीं की. मैंने कभी भी कोई ऐसा राजनीतिक फैसला नहीं दिया, जो राजनीतिक रूप से पक्षपातपूर्ण हो. मैंने जो भी फैसले सुनाए, जो आदेश पारित किए, वह हमेशा मेरे सामने रखे गए तथ्यों के आधार पर दिए. इस दौरान उन्होंने कहा था कि अगर कोई बहुत ज्यादा करप्ट है और उसका भ्रष्टाचार किसी न्यायाधीश के सामने आता है, तो वो हमेशा उचित एजेंसी द्वारा भ्रष्टाचार की जांच कराने के पूरी कोशिश करते हुए ही काम करता है. मैंने भी वही किया है.
किस सीट से लड़ेंगे चुनाव? अपने इस्तीफे के बाद जब पत्रकारों ने पूर्व जज से सवाल पूछा कि आप किस सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, तो उन्होंने किसी भी सीट का नाम नहीं लिया. अब ऐसी अटकलें सामने आ रही हैं कि जस्टिस गंगोपाध्याय पश्चिम बंगाल के तामलुक संसदीय सीट से चुनाव लड़ सकते हैं.
यह भी पढ़ें: 48 घंटे में न्यायपालिका से पॉलिटिक्स तक... अभिजीत गंगोपाध्याय BJP के टिकट पर इस सीट से लड़ सकते हैं चुनाव
टीएमसी का गढ़ रही है यह सीट अगर पिछले चुनावों की बात करें तो यह सीट राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस का गढ़ रही है. साल 2009 से लगातार इस सीट पर टीएमसी की जीत होती रही है. ऐसे में अगर बीजेपी अभिजीत गंगोपाध्याय को इस सीट पर उतारती है, तो उनके लिए यह एक चुनौती जैसी स्थिति होगी.
पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने तामलुक सीट पर 2009 और 2014 का लोकसभा चुनाव जीता था. उस वक्त सुवेंदु अधिकारी टीएमसी में थे. उनके टीएमसी छोड़ने के बाद साल 2016 के उपचुनाव में भी यहां से टीएमसी कैंडिडेट ने अपना परचम लहराया था.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन का स्वागत बहुत ही गर्मजोशी के साथ किया. इस मुलाकात की सबसे खास बात वह तोहफा था, जो प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दोस्त पुतिन को दिया. डिनर के दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को रूसी भाषा में लिखी श्रीमद्भगवद्गीता की एक प्रति भेंट की. यह उपहार उनकी दोस्ती और सम्मान को दर्शाता है. जानें कैसा रहेगा पुतिन का आज का शेड्यूल?

Delhi Traffic Advisory: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान दिल्ली के कई मार्गों पर ट्रैफिक प्रभावित रहेगा. दिल्ली में पुतिन का आज (शुक्रवार) मुख्य कार्यक्रम है. जिसकी वजह से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है, जिसमें कुछ मार्गों से बचने की सलाह दी गई है.

पीएम मोदी से दोस्ती, ट्रंप टैरिफ और यूक्रेन जंग... पुतिन का पूरा Super Exclusive इंटरव्यू यहां पढ़ें
क्रेमलिन में 'आजतक' को दिए Super Exclusive इंटरव्यू में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने तमाम सवालों का बेबाकी से जवाब दिया. यहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की. इसके अलावा पुतिन ने ट्रंप टैरिफ, यूक्रेन जंग समेत कई मुद्दों पर खुलकर बात की.

आजतक ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. इस दौरान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मोदी से दोस्ती, ट्रंप टैरिफ और यूक्रेन जंग पर खुलकर अपने विचार रखें. बातचीत के दौरान पुतिन ने भारत की जमकर तारीफ की. पुतिन ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी अगुवाई में भारत विदेशी दबाव में कभी नहीं आएगा. भारत के लोग गर्व कर सकते हैं कि उनका पीएम किसी के दबाव में नहीं आते हैं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ आजतक की खास बातचीत में उन्होंने बताया कि कैसे रूस में gen z से जुड़ाव होता है. पुतिन ने कहा कि यह नया विषय नहीं है क्योंकि साहित्य और कला में हमेशा विरोधाभास होते रहे हैं. उन्होंने यह भी बताया कि आज की युवा पीढ़ी की मानसिकता पर टेलीग्राम और फोन के माध्यम से काफी प्रभाव डाला जाता है. यह संवाद रूस की युवा मानसिकता और उनके माध्यमों की समझ को उजागर करता है जिससे बेहतर तरीके से जुड़ा जा सके.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन गुरुवार शाम दो दिन की भारत यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे. यात्रा के दौरान पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. शुक्रवार को सम्मान समारोह, राजघाट पर श्रद्धांजलि, द्विपक्षीय बैठक और प्रेस बयान का कार्यक्रम तय है. दोनों देशों ने रक्षा, ऊर्जा और व्यापारिक सहयोग को बढ़ाने पर जोर दिया है.







