पंजाबः नवजोत सिंह सिद्धू का न्योता कैप्टन को कबूल, क्या खत्म होगी दोनों के बीच खटास?
AajTak
कांग्रेस (Congress) के तमाम नेता और मंत्री उस वक्त सिद्धू (navjot singh sidhu) के साथ होंगे. बड़ी बात ये है कि पूर्व पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ सिद्धू को कुर्सी पर बिठाएंगे, उस वक्त कैप्टन अमरिंदर भी आशीर्वाद देने के लिए मौजूद होंगे.
पंजाब (Punjab) में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के रूप में ताजपोशी से पहले नवजोत सिंह सिद्धू (navjot singh sidhu) के लिए उस समय एक और अच्छी खबर आ गई जब उनके न्योते पर कैप्टन अमरिंदर सिंह उनकी ताजपोशी के कार्यक्रम में आने को राजी हो गए. At my Happy Place with Jawans of my Paltan, 2 Sikh to commemorate our 175th Raising Day. Jai Hind! 🇮🇳 pic.twitter.com/I4VKmmXNb2नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.