'न सेक्युलर शब्द हटाएंगे, न हटाने देंगे...,' संविधान बदलने के आरोपों पर अमित शाह ने दिया ये जवाब
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लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद आजतक ने गृह मंत्री अमित शाह से खास बातचीत की. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी के 400 पार और बीजेपी नेताओं के 'संविधान में संशोधन' जैसे बयानों पर उन्होंने खुलकर बात की. उन्होंने स्पष्ट किया कि बीजेपी की ऐसी कोई योजना नहीं है कि सीटें मिलने के बाद संविधान में संशोधन करेंगे या सेक्युलर शब्द हटाएंगे.
लोकसभा चुनाव में बीजेपी 370 सीटें और एनडीए 400 सीटें जीतने का लक्ष्य रखे हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर बीजेपी के तमाम नेता 370 और 400 पार के नारे को आगे बढ़ा रहे हैं. बीजेपी के ही कुछ नेताओं ने इसका दावा किया था कि बीजेपी को 400 से ज्यादा सीट इसलिए चाहिए ताकि संविधान में संशोधन कर सके. आजतक से बातचीत में इस पर गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्टीकरण दिया है.
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "10 साल से हमारे पास बहुमत है. 2014 में बीजेपी के पास 272 सीटें थी. फिलहाल 300 से ज्यादा सीटें हैं. दोनों बार एनडीए को मिलाकर संविधान बदलने की भी ताकत है. हमने अपने बहुमत का इस्तेमाल 370 हटाने में किया, सीएए लाने में किया, तीन तलाक समाप्त करने में किया है."
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"सेक्युलर शब्द हटाने की हमें कोई जरूरत नहीं"
संविधान से 'सेक्युलर शब्द हटाने' के दावों पर पूछे गए सवाल के जवाब में गृह मंत्री ने कहा, "सेक्युलर शब्द हटाने की हमें कोई जरूरत नहीं है. इस देश को पंथनिरपेक्ष बनाने का सबसे बड़ा आग्रह बीजेपी का है, इसलिए हम यूसीसी ला रहे हैं." उन्होंने कहा, "वो (कांग्रेस) देश को शरिया के नाम पर चलाना चाहती है और उन्हें सेक्युलर बनने की जरूरत है. हमें नहीं हैं. हम तो कह रहे हैं कि इस देश का संविधान धर्म के आधार पर होना चाहिए."
"न आरक्षण हटाएंगे, न हटाने देंगे"
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