न तब वाले राज्य हैं, न लोकसभा सीटों का सिस्टम... पहले आम चुनाव से अब तक इतना बदल गया देश का सियासी मैप
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मध्य भारत, विंध्य प्रदेश, सौराष्ट्र, बॉम्बे, मद्रास, हैदराबाद, पीईपीएसयू, कच्छ, कुर्ग, बिलासपुर, भोपाल, अजमेर... क्या आप जानते हैं कि देश के ये शहर और रियासत कभी राज्य हुआ करते थे. जी हां, राज्य पुनर्गठन आयोग बनने और उसकी सिफारिशों के आधार पर देश के मौजूदा राजनीतिक नक्शे के सामने आने से पहले भारत इन्हीं रियासतों-राज्यों में बंटा था.
देश के पहले आम चुनाव से लेकर अबतक 73 साल गुजर चुके हैं. इस बार 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव हो रहा है. इस लंबी अवधि में भारत के राजनीतिक नक्शे में आमूल चूल बदलाव आया है. आपको ये जानकार हैरानी हो सकती है कि कभी भारत में भोपाल, बॉम्बे, अजमेर और मद्रास राज्य हुआ करते थे. समय के साथ इन राज्यों की पहचान बदल गई और ये राज्य आज दूसरी पहचान के साथ वजूद में हैं.
भारत के राजनीतिक मानचित्र पर नए राज्यों का उदय हुआ है. पुराने राज्य आकार में छोटे हो गए हैं. लोकसभा की नई सीटें बनी हैं, तो कई पुरानी सीटों का वजूद ही खत्म हो गया है.
यही नहीं चुनाव की प्रक्रिया में भी बदलाव आया है. आजादी के बाद हुए कुछ चुनाव में एक ही लोकसभा सीट से दो-दो सांसद चुने जाते थे. लेकिन सुधार और बदलाव की प्रक्रिया से गुजरता हुआ भारत का लोकतंत्र अब एक सीट से एक ही सांसद पार्लियामेंट भेजता है. आइए नजर डालते हैं पहले चुनाव से लेकर अब भारत के राजनीतिक नक्शे में क्या क्या बदलाव हुआ है.
विंध्य प्रदेश और भोपाल
भारत के लगभग मध्य में स्थित विंध्य प्रदेश में उस वक्त चार लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र हुआ करते थे. लेकिन, वहां सीट 5 थीं. क्योंकि विंध्य प्रदेश के छतरपुर, दतिया, टीकमगढ़ को मिलाकर एक क्षेत्र में दो सीट की व्यवस्था की गई थी. इसके अलावा रीवा, सतना, शहडोल तीन अन्य लोकसभा क्षेत्र थे.
भोपाल के नाम से एक अलग ही राज्य उस समय बनाया गया था. इस राज्य में भी दो लोकसभा क्षेत्र थे... रायसेन और सिहोर. आज रायसेन और सिहोर स्वतंत्र लोकसभा सीटें नहीं हैं, ये दोनों ही सीटें आज विदिशा लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा हैं.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की सुबह की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 वर्षीय बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई. इस घटना के 15 घंटे बाद आरोपी नाबालिग को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई.
दिल्ली पुलिस के एडवाइजरी के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी बुधवार शाम 6 बजे द्वारका सेक्टर-14 के डीडीए पार्क जाएंगे और रैली को संबोधित करेंगे. इस रैली में बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की उम्मीद है, जिससे आसपास की सड़कों पर यातायात प्रभावित हो सकता है. बता दें कि दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर 25 मई को मतदान होगा.