नोएडा में ‘डॉक्टर ऑन कॉल’ सेवा शुरू, इस नंबर पर फोन कर लें चिकित्सकों की राय
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कोरोना महामारी के इस दौर में जहां सरकार लोगों से अपील कर रही है कि बिना जरूरी काम के अपने घरों से बाहर न निकलें, तो वहीं नोएडा प्राधिकरण ने बड़ा कदम उठाते हुए उन लोगों को राहत दी है, जिन्हें बीमार होने पर डॉक्टर तक दौड़ लगाने की जरूरत होती है. इसके लिए नोएडा प्राधिकरण में ‘डॉक्टर ऑन कॉल’ सेवा शुरू की है.
नोएडा प्राधिकरण की आरे से 1 मई से ‘डॉक्टर ऑन कॉल’ सेवा शुरू की जा रही है. इसके तहत शहर के तमाम लोग टेलीफोन के जरिए डॉक्टर को कॉल करके अपनी समस्याएं, परेशानी और बीमारी बता सकते हैं. उसके इलाज की जानकारी डॉक्टरों से ले सकते हैं. माना जा रहा है कि प्राधिकरण की इस पहले से उन लोगों को बड़ा फायदा होगा, जो छोटी मोटी बीमारियों को लेकर ग्रसित होते हैं, लेकिन उन्हें डॉक्टर तक की दौड़ लगानी होती है. इस सेवा के शुरू होने से उन्हें घर बैठे ही बेहतरीन डॉक्टर से परामर्श मिल सकेगा. पिछले वर्ष भी शुरू की गई थी ये सेवा नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ऋतु महेश्वरी ने बताया पिछले साल कोविड-19 के दौरान प्राधिकरण ने यह सेवा शुरू की थी, जो बेहद कारगर साबित हुई थी. अब शनिवार से यह सेवा दोबारा शुरू की जा रही है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन नोएडा इसमें सहभागी रहेगा. सीईओ ने बताया कि अब स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बारे में जानकारी के लिए लोगों को अस्पताल के चक्कर नहीं लगाने होंगे. लोग डॉक्टर से अपनी परेशानी शेयर करके अपना इलाज भी करा सकेंगे और डॉक्टर उन्होंने सलाह देंगे कि मरीज को अस्पताल जाने की जरूरत है या नहीं.राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.