नीतीश कुमार के इंडिया गठबंधन के संयोजक बनने के रास्ते में ममता हैं अड़चन!
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साल 2024 में ही लोकसभा के चुनाव होने हैं, और सबसे बड़े चुनावी समर वाले साल की शुरुआत में ही, सियासी हलचल बहुत तेज़ हो गई है. बीजेपी अपनी चुनावी रणनीति में, राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा और दक्षिण की राजनीति पर फोकस कर रही है। बीजेपी में बैठकों का दौर चल रहा है.
एग्जिट पोल का अनुमान बताता है कि बीजेपी और महायुति को जितनी सीटों पर जीतने की उम्मीद थी, वो पूरी होती नहीं दिख रही है. एग्जिट पोल में महाराष्ट्र की 48 सीटों में से बीजेपी को 20-22, कांग्रेस को 3-4, शिवसेना (ठाकरे गुट) को 9-11, शिवसेना (शिंदे गुट) को 8-10, एनसीपी (शरद पवार) को 4-5 और एनसीपी (अजित पवार) को 1-2 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है.
तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने पिछले महीने एक मीटिंग में अधिकारियों से हैदराबाद में लेक व्यू सरकारी गेस्ट हाउस जैसी इमारतों को 2 जून के बाद अपने कब्जे में लेने का निर्देश दिया था, जिन्हें 10 साल की अवधि के लिए आंध्र प्रदेश को दिया गया था. विभाजन के दौरान हैदराबाद को दस साल के लए दोनों राज्यों की राजधानी बनाई गई थी.