
निगेटिव रोल से मिली फेम, रोमांटिक अंदाज में जीता दिल, खतरों के खिलाड़ी में बना चुके हैं वर्ल्ड रिकॉर्ड
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शब्बीर ने छोटे पर्दे से अपने एक्टिंग का सफर शुरू किया था. हिप हिप हुर्रे, क्योंकि सास भी कभी बहू थी, संजीवनी और कहीं तो मिलेंगे शो के बाद उन्होंने 2003 से लेकर 2007 तक कहीं तो होगा में ऋषि गरेवाल का किरदार निभाया. शो के विलेन के रूप में वे अपने इस रोल के लिए बहुत फेमस हुए.
कुमकुम भाग्य सीरियल से शोहरत की बुलंदियों को छूने वाले एक्टर शब्बीर अहलूवालिया आज पर्दे के जाने-माने हस्ती हैं. शब्बीर ने यूं तो 1999 में सीरियल हिप-हिप हुर्रे से अपने करियर की शुरुआत की लेकिन उन्हें लोगों ने सीरियल क्योंकि सास भी कभी बहू से नोटिस करना शुरू किया. पर शब्बीर के करियर का टर्निंग प्वाइंट सीरियल कहीं तो होगा में उनका निगेटिव रोल रहा जिसने एक्टर को पहचान दी. आज शब्बीर के जन्मदिन पर आइए जानें उनके बारे में कुछ अन्य दिलचस्प बातें.
रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.

ओटीटी के सुनहरे पोस्टर भले ही ‘नई कहानियों’ का वादा करते हों, पर पर्दे के पीछे तस्वीर अब भी बहुत हद तक पुरानी ही है. प्लेटफ़ॉर्म बदल गए हैं, स्क्रीन मोबाइल हो गई है, लेकिन कहानी की कमान अब भी ज़्यादातर हीरो के हाथ में ही दिखती है. हीरोइन आज भी ज़्यादातर सपोर्टिंग रोल में नज़र आती है, चाहे उसका चेहरा थंबनेल पर हो या नहीं. डेटा भी कुछ ऐसी ही कहानी कहता है.










