नारायण राणे और शिवसेना के कैसे बिगड़े रिश्ते? आज क्यों हैं दोनों दुश्मन
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बीजेपी और शिवसेना के बीच खटास की बात तो काफी पुरानी है. साल 2017 में जब मुंबई नगर पालिका के चुनाव हुए थे, उस दौरान बीजेपी और शिवसेना का झगड़ा चरम पर पहुंच गया था. ये वह दौर था जब बीजेपी और शिवसेना साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार चला रहे थे.
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान रायगढ़ में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लेकर दिए गए बयान के बाद अब विवाद बढ़ गया है. बयान को लेकर राणे के खिलाफ चार अलग-अलग थानों में एफआईआर दर्ज कराई गई. जिसके बाद अब उन्हें हिरासत में ले लिया गया है. महाराष्ट्र सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री नारायण राणे जी की गिरफ़्तारी संवैधानिक मूल्यों का हनन है। इस तरह की कार्यवाही से ना तो हम डरेंगे, ना दबेंगे। भाजपा को जन-आशीर्वाद यात्रा में मिल रहे अपार समर्थन से ये लोग परेशान है। हम लोकतांत्रिक ढंग से लड़ते रहेंगे, यात्रा जारी रहेंगी।हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.