नहीं रहीं 1500 बच्चों की 'मां' सिंधुताई सपकाल, गर्भवती थीं तो पति ने पेट में लात मार घर से निकाला था
Zee News
Sindhutai Sapkal: पद्मश्री सिंधुताई सपकाल का मंगलाव को पुणे में निधन हो गया. सिंधुताई ने अपना सारा जीवन बेसहारा बच्चों की सेवा में लगाया. जानिए उनका संघर्षः
नई दिल्लीः Sindhutai Sapkal: पढ़ने का मन था तो मां ने मना कर दिया. 10 साल में दोगुनी उम्र के लड़के से शादी कर दी. पति ऐसा मिला कि एक अफवाह पर यकीन कर 9 महीने की गर्भवती होने के दौरान पेट में लात मारकर घर से निकाल दिया. ये कहानी है सिंधुताई सपकाल की, जो अब इस दुनिया में नहीं रहीं.
गायों के बीच बेटी को दिया जन्म सिंधुताई के दुख अभी यहां खत्म नहीं होने थे. दर-दर भटकती सिंधुताई ने गायों के बीच बेटी को जन्म दिया. खुद से नाल भी काटी. बेघर सिंधुताई को मजबूरी में अपने दिल के टुकड़े को स्टेशन पर छोड़ना पड़ा. इस पीड़ा ने उन्हें अवसाद में घेर लिया. वह आत्महत्या करने के बारे में सोचने लगीं. खैर नियति को कुछ और ही मंजूर था.