
नहीं चली ट्रंप की दादागिरी, इस छोटे से देश ने अमेरिका को दिखा दिया ठेंगा
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अमेरिका अपनी जेलों में बंद विदेशी अपराधियों को अफ्रीकी देशों में निर्वासित कर रहा है. अफ्रीकी देश दबाव में अमेरिका का ये काम कर रहे हैं लेकिन नाइजीरिया ने अमेरिकी दबाव के आगे झुकने से मना कर दिया है.
अमेरिका अपने देश की जेलों से खतरनाक अवैध प्रवासियों को निकालकर अफ्रीकी देशों में निर्वासित कर रहा है. कई अफ्रीकी देश अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के इस कदम से नाराज हैं और विदेशी अपराधियों को लेने से मना कर रहे हैं लेकिन दबाव के तहत अफ्रीकी देशों पर अवैध प्रवासियों का बोझ डाला जा रहा है. इस बीच एक छोटे से अफ्रीकी देश नाइजीरिया ने ट्रंप को ठेंगा दिखाते हुए अमेरिका से निर्वासित विदेशी प्रवासियों को लेने से मना कर दिया है.
स्थानीय अखबार 'द पंच' ने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के हवाले से खबर दी है कि नाइजीरिया अमेरिका से निर्वासित विदेशी प्रवासियों को स्वीकार नहीं करेगा. नाइजीरिया के पड़ोसी अफ्रीकी देश अमेरिका के साथ समझौते के तहत विदेशी निर्वासितों को रख रहे हैं लेकिन नाइजीरिया ने ऐसा करने से इनकार कर दिया है.
प्रवक्ता किमीबी एबिएन्फा ने शनिवार को बताया कि पश्चिम अफ्रीकी देश कई घरेलू चुनौतियों से जूझ रहा है और वह विदेश से 'अतिरिक्त बोझ' नहीं ले सकता है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'हमारे अपने मुद्दे हैं जिनसे हम जूझ रहे हैं. हम निर्वासितों को स्वीकार करने के लिए खुद पर दबाव नहीं बनने देंगे, चाहे दूसरे देश कुछ भी करें.'
एबिएन्फा ने अमेरिकी दबाव को धत्ता बताते हुए कहा, 'हम एक संप्रभु देश हैं और हम अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा पर पड़ने वाले प्रभावों का पूरी तरह से विश्लेषण करने के बाद ही फैसले लेते हैं.'
नाइजीरियाई विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा माने जाने वाले प्रवासियों को निर्वासित करने के लिए तीसरे देश के साथ समझौते करने पर जोर दे रहे हैं.

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