नकली बंदूक, हाथों में झंडा और मजार के पास नारेबाजी... Gadar-2 के सीन पर रील बना रहे युवकों को उठा ले गई पुलिस!
AajTak
चारों युवक एक मजार के पास विशेष समुदाय का झंडा और नकली बंदूकें लेकर खड़े हुए थे. वो पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगा रहे थे. कथित तौर पर कुछ नारे आपत्तिजनक भी थे. जैसे स्थानीय लोगों इसकी भनक लगी उन्होंने फौरन पुलिस को सूचना दी.
सोशल मीडिया पर रील्स (Reels) की दीवानगी चार युवकों को भारी पड़ गई. उन्होंने गदर-2 फिल्म के एक सीन पर रील बनाने के चक्कर में ऐसी हरकत कर दी कि पूरी रात थाने में गुजारनी पड़ी. हालात बिगड़ने से पहले पुलिस हरकत में आई और युवकों को हिरासत में ले लिया. अगले दिन परिजनों से बॉन्ड भरवाकर रिहा कर दिया. घटना बिहार के भोजपुर जिले की है.
दरअसल, भोजपुर के सिकरहट्टा थाना क्षेत्र के पीरो-बिहिटा स्टेट हाइवे के पास एक मजार है. चारों युवक इसी मजार के पास विशेष समुदाय का झंडा और नकली बंदूकें लेकर खड़े हुए थे. वो पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगा रहे थे. इस दौरान कुछ नारे कथित तौर पर आपत्तिजनक भी थे. जैसे स्थानीय लोगों इसकी भनक लगी उन्होंने फौरन पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने युवकों को हिरासत में ले लिया.
पूछताछ में पता चला कि युवक एक यूट्यूब चैनल चलाते हैं. उसी चैनल पर अपलोड करने के लिए वो गदर-2 फिल्म के एक सीन पर रील बना रहे थे, जिसमें 'सकीना' की खातिर पाकिस्तान गया 'तारा सिंह' मस्जिद के पास नारेबाजी करता है. इस सीन पर रील बनाने के दौरान युवकों ने नकली बंदूक और एक झंडा ले रखा था.
मामले में भोजपुर के एसपी प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि हिरासत में लिए गए लड़कों से पूछताछ में पता चला कि वो काफी समय से यूट्यूब चैनल चला रहे हैं. वह अलग-अलग मुद्दों पर सीन रिक्रिएट कर वीडियो बनाते हैं. वो खुद ही अभिनय करते हैं और वीडियो यूट्यूब पर अपलोड कर पैसे कमाते हैं.
उन्होंने यह भी बताया कि हिरासत में लिए गए चारों युवकों में दोनों वर्ग के लड़के शामिल थे. उनकी किसी तरह की समाज विरोधी मानसिकता नहीं थी. बस वो फिल्म के सीन पर रील बनाकर यूट्यूब पर लोड करना चाहते थे. जिन्हें पूछताछ के बाद थाने से छोड़ दिया गया.
नायडू पहली बार 1995 में मुख्यमंत्री बने और उसके बाद दो और कार्यकाल पूरे किए. मुख्यमंत्री के रूप में उनके पहले दो कार्यकाल संयुक्त आंध्र प्रदेश के नेतृत्व में थे, जो 1995 में शुरू हुए और 2004 में समाप्त हुए. तीसरा कार्यकाल राज्य के विभाजन के बाद आया. 2014 में नायडू विभाजित आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में उभरे और 2019 तक इस पद पर रहे. वे 2019 का चुनाव हार गए और 2024 तक विपक्ष के नेता बने रहे.
जम्मू-कश्मीर के रियासी में हुए आतंकी हमले में 10 लोगों की जान गई. इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है. इन पाकिस्तानी आतंकवादियों की पहचान तक हो चुकी है. उनके नाम अब्बू, हमजा और फौजी. इनके चेहरे कैमरे पर कैद हुए हैं. ये वो सबूत हैं, जो चीख-चीखकर कह रहे हैं कि रियासी के हमले में पाकिस्तान का ही हाथ था.