धौलपुर: हॉस्पिटल में 11 वेंटिलेटर लेकिन चलाने वाले डॉक्टर ही नहीं, कैसे होगा कोरोना मरीजों का इलाज
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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वास्थ्य सुविधाओं और मरीजों के उपचार के लिए बड़े-बड़े वायदे करते नजर आ रहे हैं लेकिन राजस्थान के धौलपुर जिले की हकीकत कुछ और ही है. जिले के सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों के 270 पदों में से 115 पद खाली चल रहे हैं. अब आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वास्थ्य सुविधाओं और मरीजों के उपचार के लिए बड़े-बड़े वायदे करते नजर आ रहे हैं लेकिन राजस्थान के धौलपुर जिले की हकीकत कुछ और ही है. जिले के सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों के 270 पदों में से 115 पद खाली चल रहे हैं. अब आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. जिले के सरकारी अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड, बिस्तर और लाखों रुपये कीमत के उपकरणों की भरमार है लेकिन यहां पर मरीजों का इलाज करने के लिए चिकित्सकों की संख्या बहुत ही कम है. जिला अस्पताल सहित जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों के करीब 33 प्रतिशत पद खाली पड़े हुए हैं. हालात यह हैं कि सरकारी अस्पतालों में सिर्फ प्राथमिक उपचार ही किया जा रहा है.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.