देवस्थानम बोर्ड: साधु-संतों के विरोध के सामने झुकी Uttarakhand Governemnt, BJP का एक और चुनावी 'रोल बैक'?
AajTak
उत्तराखंड सरकार ने देवस्थानम बोर्ड को भंग करने का फैसला कर लिया है. 2019 से ही चारधामों समेत उत्तराखंड के 51 मंदिरों का प्रबंधन देवस्थानम बोर्ड करता था. लेकिन राज्य की बीजेपी सरकार का ये फैसला हिंदू संगठनों, मंदिरों के पुरोहितों और साधु-संतों को पसंद नहीं था. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के 2019 के फैसले को बदलने का ऐलान किया है. उत्तराखंड में देवस्थानम बोर्ड के गठन के बाद से ही हिंदू संगठन ये सवाल उठा रहे थे कि हिंदू मंदिरों को ही सरकारी नियंत्रण में क्यों लिया जाता है? अपने ही बनाए कानून को वापस लेकर बीजेपी सरकार ने लेकर मुद्दे को शांत करने की कोशिश की है. देखिए.
राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.