
दुमका कांड: शाहरुख के भाई सलमान की बात में न आई होती फैमिली तो बच जाती अंकिता की जान!
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23 तारीख की घटना के 5 दिन पहले भी आरोपी शाहरुख, अंकिता के घर पर आया और डंडे से उस खिड़की के कांच को तोड़ डाला था. इस अंकिता के परिजन पुलिस कंप्लेन करने वाले थे, लेकिन सलमान ने अंकिता के परिजनों से पुलिस कंप्लेन नहीं करने की गुजारिश की. उसने अंकिता के परिवार को आश्वासन दिया कि शाहरुख को दुमका से बाहर भेज देगा.
कहते हैं कि क्राइम होने से पहले दस्तक देती है और लोगों को सावधान करती है. ऐसा ही अंकिता हत्याकांड के मामले में हुआ. 23 तारीख की घटना के 5 दिन पहले भी आरोपी शाहरुख, अंकिता के घर पर आया और डंडे से उस खिड़की के कांच को तोड़ डाला, जिससे उसने (शाहरुख) पेट्रोल डालकर अंकिता को आग के हवाले किया था.
23 अगस्त से 5 दिन पहले पहुंचा शाहरुख, अंकिता घर के आगे लाठी-डंडे लेकर हंगामा शुरू कर दिया था. स्थिति को आउट ऑफ कंट्रोल होते देख अंकिता के घर वालों ने पुलिस में शिकायत करने की सोची. इस बात की खबर जब आरोपी शाहरुख के बड़े भाई सलमान को लगी तो वह फौरन अंकिता के परिवार वालों के पास अपने मामा के साथ पहुंचा.
सलमान ने अंकिता के परिजनों से पुलिस कंप्लेन नहीं करने की गुजारिश की. उसने अंकिता के परिवार को आश्वासन दिया कि शाहरुख को दुमका से बाहर भेज देगा. उसके इस आश्वासन से अंकिता के घरवाले मान गए. अंकिता के घर के बाजू में रहने वाले उसके फूफा विनय सिंह ने बताया कि अगर उस दिन सलमान की बात में न आते यह घटना न होती.
विनय सिंह का कहना था कि इस घटना के पुलिस में कंप्लेन नहीं करने से शाहरुख का मन बढ़ गया, उसे लगा कि अंकिता के घर वाले डर गए और ठीक 5 दिन के बाद आरोपी शाहरुख ने उसी खिड़की के सहारे पेट्रोल डालकर अंकिता को आग के हवाले कर दिया, जिसे उसने 5 दिन पहले तोड़ा था. 5 दिन तक जिंदगी से जंग लड़ने के बाद अंकिता की मौत हो गई.
क्या है पूरा मामला
झारखंड के दुमका की रहने वाली 12वीं की स्टूडेंट अंकिता सिंह की जलाकर हत्या कर दी गई थी. आरोप है कि शाहरुख को अंकिता से एकतरफा प्यार था, अंकिता ने इनकार किया तो 23 अगस्त की सुबह चार बजे शाहरुख अपने दोस्त के साथ पहुंचा, अंकिता सो रही थी, वह खिड़की के रास्ते घर में घुसा और अंकिता पर पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी.

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