दिल्ली: SDM के दुर्व्यवहार से आहत RGSSH के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शालीन प्रसाद ने दिया इस्तीफा
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कोरोना संक्रमण से जूझ रही देश की राजधानी में एक बड़े हॉस्पिटल के डॉक्टर ने अपना इस्तीफा दे दिया है. हालांकि अभी तक डॉक्टर के इस इस्तीफे को हॉस्पिटल के डायरेक्टर ने एक्सेप्ट नहीं किया है.
राजधानी दिल्ली के राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल (RGSSH) के सबसे बड़े कोरोना केयर सेंटर में तैनात सहायक प्रोफेसर डॉ. शालीन प्रसाद ने इस्तीफा दे दिया है. उनका आरोप है कि SDM के दुर्व्यवहार से वे आहत हैं, इसलिये उन्होंने ये कदम उठाया. हॉस्पिटल के निदेश को लिखे पत्र में उन्होंने अपने साथ हुई घटना की पूरी जानकारी दी है. राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के 6वें फ्लोर पर कोरोना केयर सेंटर हैं. इस फ्लोर पर ही डॉ. शालीन प्रसाद तैनात हैं. हॉस्पिटल के निदेशक को दिए गए इस्तीफे में डॉ. शालीन प्रसाद ने लिखा है कि एसडीएम 6वें फ्लोर पर आईसीयू की ओर आए और उन पर जोर से चिल्लाने लगे. उन्होंने लिखा है कि मैंने एसडीएम से निवेदन किया कि इस फ्लोर पर जेआर और एसआर की कमी है, इसलिए बीडीएस स्टाफ को लाइफ सेविंग कार्यकर्ता के रूप में प्रयोग करने दिया जाए.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.