दिल्ली: 70 हजार में बेच रहे थे रेमडेसिविर इंजेक्शन, 2 गिरफ्तार
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दक्षिणी दिल्ली की फतेहपुर बेरी थाने की पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले गैंग का भंडाफोड़ करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के हत्थे चढ़े दोनों आरोपी एक-एक रेमडेसिविर इंजेक्शन 70 हजार रुपये में बेच रहे थे.
कोरोना की महामारी के बीच जीवन रक्षक रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है. दक्षिणी दिल्ली की फतेहपुर बेरी थाने की पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले गैंग का भंडाफोड़ करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के हत्थे चढ़े दोनों आरोपी एक-एक रेमडेसिविर इंजेक्शन 70 हजार रुपये में बेच रहे थे. पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोप में जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनके नाम विभूति और मनोज बताया जाता है. इनके पास से पुलिस ने तीन रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किए हैं. बताया जाता है कि फतेहपुर थाने की पुलिस को जानकारी मिली कि एक शख्स रेमडेसिविर इंजेक्शन किसी को महंगी कीमत पर बेचने के लिए घिटोरनी मेट्रो स्टेशन के पास आने वाला है.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.