
दिल्ली: बोरिया-बिस्तर समेट फिर लौटने लगे प्रवासी मजदूर, रेलवे स्टेशन-बस अड्डों पर उमड़ी भीड़
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मुसाफिरों का कहना था कि कोरोना संक्रमण अनियंत्रित तरीके से बढ़ रहा है. हालात और ज्यादा खराब हुए तो लॉकडाउन की सीमा भी बढ़ाई जा सकती है. ऐसे में उनके लिए परिवार चलाना मुश्किल हो जाएगा. इसलिए वो अब अपने पैतृक स्थान पर जा रहे हैं.
दिल्ली सरकार और LG के बीच हुई बैठक के बाद सोमवार रात 10 बजे से अगले सोमवार 26 अप्रैल सुबह 5 बजे तक दिल्ली में फिर लॉकडाउन लगाया गया है. दिल्ली में लगातार कोरोना के रिकॉर्ड मामले दर्ज हो रहे थे, जिसको देखते हुए यह फैसला लिया गया है. इस ऐलान के बाद आनंद विहार, कौशांबी बस अड्डे से यूपी और बिहार के दूर-दराज शहरों के प्रवासी लोग पलायन करने लगे हैं. वो लगातार अपने घरों की ओर जा रहे हैं और इंतजार कर रहे हैं कि किसी बस के जरिए उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने को मिल जाए. इसके चलते आनंद विहार और कौशांबी बस अड्डे पर भीड़ बढ़ती जा रही है.
इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.









