दिल्लीः सनसनीखेज डबल मर्डर का खुलासा, ऐसे पकड़ा गया मां-बेटे का कातिल
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दिल्ली के पालम गांव में रहने वाले एयरफोर्स कर्मी श्रीकृष्ण स्वरूप ने सुबह 7 बजे दिल्ली पुलिस को कॉल करके अपनी 52 वर्षीय पत्नी बबीता और 27 वर्षीय बेटे गौरव के कत्ल की सूचना दी थी. उन्होंने पुलिस को बताया था कि किसी ने बेरहमी से उनकी पत्नी और बेटे की हत्या कर दी है.
दिल्ली में एयरफोर्स के अकाउंटेंट की पत्नी और बेटे के कत्ल का राज एक सीसीटीवी कैमरे ने खोला. उस कैमरे की नजर में कातिल कैद हो गया. सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि हत्यारोपी घर में लगे सीसीटीवी का डीवीआर उठाकर अपने साथ ले जा रहा है. लेकिन उसे अंदाजा नहीं था कि एक दूसरा कैमरा भी उसे देख रहा था.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.