
'दाढ़ी देख बोला- अल्लाह का नाम लो, नहीं लिया तो मार दिया...' सुदीप के चाचा ने बताई पल- पल की बातें
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सुदीप के चाचा ने बताया कि पहलगाम हमले के दिन पास के जंगल से अचानक ही आतंकी निकले और सभी को घेर लिया. उन्होंने कहा कि मुस्लिम सभी एक जगह पर जमा हो जाओ और बाकी सब एक जगह जमा हो जाओ. उन्होंने सुदीप की बढ़ी हुई दाढ़ी देख कर उसको अल्लाह का नाम लेने के लिए बोला लेकिन उसने ऐसा नहीं किया. इसके बाद उसको गोली मार दी.
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में नेपाल के सुदीप न्यौपाने की मौत से उनका पूरा परिवार टूट गया है. लुंबिनी के पास बेलबरिया गांव में रह रहे सुदीप के परिजन शोक में डूबे हैं.
सुदीप के चाचा दाधीराम न्यौपाने ने बताया- 'सुदीप के बहनोई से मेरी बातचीत हुई. थोड़ी देर पहले मैंने उस रात की घटना के बारे में पूछा कि कैसे यह घटना हुई? इस पर उन्होंने विस्तार से बताते हुए कहा कि पास के जंगल से अचानक ही आतंकी निकले और सभी को घेर लिया. उन्होंने कहा कि मुस्लिम सभी एक जगह पर जमा हो जाओ और बाकी सब एक जगह जमा हो जाओ. ऐसा कहने पर सुदीप अपनी मां, बहन और बहनोई सब एक तरफ जमा हो गए. उसके बाद आतंकियों ने कहा कि अल्लाह का नाम लेकर घुटनों के बल झुक जाओ. मुसलमानों को कुछ नहीं किया. सुदीप की बढ़ी हुई दाढ़ी देख कर उसको अल्लाह का नाम लेने के लिए बोला लेकिन उसने ऐसा नहीं किया. इसके बाद उसको गोली मार दी. मुस्लिमों के तरफ एक भी गोली नहीं चली लेकिन हिंदुओं को घुटनों के बल बैठने को कहा गया था. एक के बाद एक सभी को गोलियों से भून दिया.'
मंगलवार को कश्मीर के पहलगाम के बैसरन में बड़ा आतंकी हमला हुआ,जिससे बाद पूरे देश में आक्रोश है. यहां आतंकियों ने एक टूरिस्ट ग्रुप को निशाना बनाया, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई. दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल भी हुए, जिनका इलाज चल रहा है.
बता दें कि पहलगाम में हमले के वक्त आतंकियों ने नकली वर्दी पहनी हुई थी, इसलिए शुरुआत में किसी भी पर्यटक को उन पर शक नहीं हुआ. लेकिन थोड़ी देर बाद ही, जब उन्होंने हिंदू पर्यटकों की पहचान पूछ कर उन पर फायरिंग शुरू कर दी, तो मौके पर भगदड़ मच गई. आतंकियों ने जानबूझकर ऐसे हिंदू पुरुषों को निशाना बनाया, जो अपनी पत्नी या परिवार के साथ आए थे. इस आतंकी हमले की तस्वीरें और वीडियो बहुत भयानक हैं. इस वीडियो में जिन महिलाओं के पतियों पर आतंकवादी हमला हुआ है, वो रोती और बिलखती हुई दिख रही हैं.

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