दबंगों की दुनियाः अमीरों जैसा शौक, पुलिस को चकमा और 2.5 लाख इनाम... ट्रांसपोर्टर से ऐसे गैंगस्टर बना था बदन सिंह 'बद्दो'
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बदन सिंह बद्दो ने साल 1996 में एक वकील की हत्या की. फिर साल 2011 में उसने मेरठ जिला पंचायत के सदस्य संजय गुर्जर का मर्डर किया. इसके बाद साल 2012 में उसने एक केबल नेटवर्क के संचालक पवित्र मैत्रे को मौत के घाट उतार दिया था.
यूपी में अतीक अहमद, बृजेश सिंह या मुख्तार अंसारी जैसे कई बड़े माफिया डॉन पुलिस की पकड़ में आ चुके हैं. लेकिन कुछ गैंगस्टर ऐसे भी हैं, जो अभी तक फरार हैं और पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए हैं. ऐसा ही एक गैंगस्टर है बदन सिंह बद्दो. जिस पर 2.5 लाख रुपये का इनाम है. इस कुख्यात बदमाश को हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा मिल चुकी है. लेकिन करीब 4 साल पहले वो पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था. तब से अब तक पुलिस उस तक नहीं पहुंच पाई है. आइए जान लेते हैं इस दबंग गैंगस्टर की कहानी.
कौन है गैंगस्टर बदन सिंह 'बद्दो' 1970 के दशक में बदन सिंह बद्दो के पिता चरण सिंह जालंधर छोड़कर यूपी के मेरठ में रहने आ गए थे. परिवार का जीवनयापन के लिए उन्होंने ट्रक ड्राइवर के तौर पर काम शुरू करना शुरू किया. धीरे-धीरे वो खुद एक ट्रांसपोर्टर बन गए. 7 भाइयों में सबसे छोटे बदन सिंह बद्दो ने भी ट्रांसपोर्ट के कारोबार में कदम रखा. इसी दौरान उसके संबंध इलाके के बदमाशों से हो गए थे. वो अपराधियों के साथ उठने बैठने लगा था.
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अपराध की दुनिया में पहला कदम ट्रांसपोर्ट नगर थाना क्षेत्र में उसने आलीशान घर बनाया. इसी दौरान उसने शराब के कारोबार में हाथ आजमाया. माना जाता है कि 1988 में उसने जरायम की दुनिया में आमद दर्ज कराई थी. इसके बाद उसने पलटकर पीछे नहीं देखा. कारोबार और जुर्म दोनों ही जगह उसने अपनी पहचान बना ली थी.
हत्या के मामलों से सुर्खियों में आया था बद्दो उसने साल 1996 में एक वकील की हत्या को अंजाम दिया. साल 2011 में उसने मेरठ जिला पंचायत के सदस्य संजय गुर्जर का मर्डर किया. ये तो बस शुरुआत थी. इसके बाद साल 2012 में उसने एक केबल नेटवर्क के संचालक पवित्र मैत्रे को मौत के घाट उतार दिया था. उसके खिलाफ यूपी के बाहर भी लूट और डकैती के मामले दर्ज होने लगे.
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