
तो क्या 2024 के बाद राजनीति छोड़ देंगी ममता बनर्जी?, BJP पर हमले के दौरान कही ये बातें
AajTak
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी केंद्र सरकार पर तीखे हमले बोल रही हैं. वह लगातार केंद्र सरकार पर गैर बीजेपी शासित राज्यों को सीबीआई और ईडी के जरिए अस्थिर करने का बयान दे रही हैं. जांच एजेंसियों के दुरुपयोग की बात कह रही हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी टीएमसी कार्यकर्ताओं को परेशान करने के लिए सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि 2024 में बीजेपी को केंद्र की सत्ता से बेदखल करना उनकी आखिरी लड़ाई होगी. टीएमसी प्रमुख बनर्जी एक रैली को संबोधित करते हुए कहा,‘बीजेपी को 2024 के लोकसभा चुनावों में हराना है. केंद्र में बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए दिल्ली की लड़ाई मेरी आखिरी होगी. मैं बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने का वादा करती हूं.’
उन्होंने कहा, ‘बीजेपी को किसी भी कीमत पर हराना है.’ बनर्जी ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल को बचाना हमारी पहली लड़ाई है. मैं वादा करती हूं कि हम 2024 में केंद्र में बीजेपी को सत्ता से हटा देंगे. अगर आप हमें डराने की कोशिश करेंगे, तो हम जवाब देंगे.’
सीएम बनर्जी ने 1984 में 400 से अधिक सीट जीतने के बावजूद 1989 में पूर्व पीएम राजीव गांधी के चुनाव हारने का जिक्र करते हुए कहा,‘हर किसी को हार का सामना करना पड़ता है.’ उन्होंने कहा,‘इंदिरा गांधी दिग्गज नेता थीं, लेकिन उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा. बीजेपी के लगभग 300 सांसद हैं, लेकिन बिहार जा चुका है, कुछ अन्य राज्य भी उसके हाथ से जाएंगे.’
मुझे गिरफ्तार करो और देखो क्या होता है: ममता
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक ममता बनर्जी ने कहा कि अगर हमारे अधिकारियों को दिल्ली बुलाया जाता है तो हम राज्य में काम करने वाले केंद्रीय अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी हमारे कार्यकर्ताओं को परेशान करने के लिए सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है. मैंने सुना है कि बीजेपी ने मेरे खिलाफ केस दर्ज किया है. बीजेपी को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि मुझे गिरफ्तार करो और देखो क्या होता है.
क्या 2024 के बाद राजनीति छोड़ देंगी ममता: बीजेपी

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.










