...तो अब नाइट्रोजन से ऑक्सीजन बनाएगी सरकार, क्या है पीएम मोदी का प्लान?
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पीएम मोदी ने रविवार को नाइट्रोजन प्लांट्स को ऑक्सीजन प्लांट्स में बदलने के काम की रिव्यू मीटिंग की. दरअसल, कोरोना संकट में ऑक्सीजन की कमी से निपटने के लिए सरकार अब नाइट्रोजन के जरिए ऑक्सीजन बनाने पर काम कर रही है.
देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बेकाबू होती जा रही है. मरीज बढ़ते जा रहे हैं. मौतें बढ़ती जा रही हैं. ज्यादातर मौतों के पीछे वजह ऑक्सीजन की कमी को माना जा रहा है. लेकिन बहुत जल्द ही इस समस्या का समाधान होने की उम्मीद है. क्योंकि सरकार अब नाइट्रोजन के जरिए ऑक्सीजन बनाने पर काम कर रही है, ताकि ऑक्सीजन की कमी को दूर किया जा सके. दरअसल, मोदी सरकार ऐसे नाइट्रोजन प्लांट्स की पहचान कर रही है, जिसे ऑक्सीजन प्लांट्स के रूप में बदला जा सके. बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने अब तक 14 नाइट्रोजन प्लांट्स की पहचान कर ली है. 37 प्लांट्स की पहचान और होनी है. प्रधानमंत्री मोदी ने आज इसकी रिव्यू मीटिंग की.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.