तेलंगाना: आम चोरी के शक में नाबालिगों को बेरहमी से पीटा, गोबर खिलाने की कोशिश, 2 गिरफ्तार
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आरोप है कि तेलंगाना के महबूबाबाद के थोरुर इलाके में 13 साल और 16 साल के नाबालिगों ने आम के बाग में घुसने की कोशिश की, वहां पर कुछ आम भी तोड़े.
तेलंगाना के महबूबाबाद जिले में नाबालिग लड़कों की बेरहमी से पिटाई करने के आरोप में दो गार्ड्स को गिरफ्तार किया गया है. दोनों नाबालिग एक आम के बाग में घुस आए थे, जिसके बाद गार्ड्स ने उन्हें बांधा और बेरहमी से पिटाई की, इतना ही नहीं जबरन गोबर खिलाने की कोशिश भी की. ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसके बाद अब पुलिस ने एक्शन लिया है. आरोप है कि महबूबाबाद के थोरुर इलाके में 13 साल और 16 साल के नाबालिगों ने आम के बाग में घुसने की कोशिश की, वहां पर कुछ आम भी तोड़े. जब वहां मौजूद दो गार्ड्स ने उन्हें देखा, तो दोनों को पकड़ लिया. दोनों गार्ड्स ने नाबालिगों को रस्सी से बांधा और डंडी से पिटाई की. इतना ही नहीं सजा के तौर पर बच्चों को जबरन गोबर खिलाने की कोशिश की गई. जब मामला सामने आया, तो पुलिस ने दोनों ही बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया. इस मामले में बच्चों की शिकायत के आधार पर केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने धारा 342, 324, के तहत दोनों ही गार्ड्स को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, बच्चों का कहना है कि वो बाग में आम की चोरी नहीं कर रहे थे, बल्कि अपने खोए हुए कुत्ते को ढूंढने के लिए बाग में घुसे थे. नाबालिगों की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था और हर कोई गार्ड्स के खिलाफ सख्त एक्शन की अपील कर रहा था.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
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