
तुर्की अब तुर्की नहीं रहा! जानें क्यों बदल लिया नाम?
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तुर्की ने अपना नाम बदलकर तुर्किए कर दिया है. राष्ट्रपति रेचेप तैय्पप एर्दोआन ने अपने रिब्रांडिंग कैंपेन के तहत देश का नाम बदला है. एर्दोआन का कहना है कि ये नाम तुर्की के लोगों की संस्कृति, सभ्यता और मूल्यों का सबसे अच्छा प्रतिनिधित्व और अभिव्यक्ति है.
बुधवार को संयुक्त राष्ट्र ने तुर्की का नाम बदलकर तुर्किए (Turkiye) करने के फैसले को मंजूरी दे दी. तुर्की को अब तुर्किए नाम से जाना जाएगा. तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोआन ने पिछले दिसंबर में अपना रिब्रांडिंग कैंपेन चलाया था. देश का नाम बदलने को लेकर एर्दोआन ने कहा था कि तुर्किए तुर्की के लोगों की संस्कृति, सभ्यता और मूल्यों का सबसे अच्छा प्रतिनिधित्व और अभिव्यक्ति है.
तुर्की की भू-राजनीतिक भूमिका बढ़ती जा रही है. इसे देखते हुए तुर्की अपनी छवि को लेकर और अधिक सचेत हो गया है. राष्ट्रपति एर्दोआन इस बात को लेकर अब अधिक संवेदनशील दिखते हैं कि तुर्की को विश्व में कैसे देखा जा रहा है. अपनी राष्ट्रवादी प्रवृति के कारण उन्हें ये रास नहीं आया कि उनके देश का नाम तुर्की (तुर्की में लोग अपने देश को टर्की कहते हैं) टर्की नामक एक चिड़िया से मेल खाता है.
टर्की चिड़िया का नाम तुर्की के नाम पर ही रखा गया है. इन पक्षियों को सबसे पहले तुर्की से यूरोप लाया गया था.
एर्दोआन के रिब्रांडिंग कैंपेन के दौरान ही तुर्की के सरकारी चैनल टीआरटी वर्ल्ड ने देश के नाम को तुर्किए कहना शुरू कर दिया था. नाम बदलने के पीछे कारण ये दिया गया था कि कैंब्रिज डिक्शनरी में टर्की/तुर्की का अर्थ पराजित या बेवकूफ होता है.
इसी तरह कई और देशों ने भी अपने नाम में कुछ कारणों से बदलाव किए हैं जिनके बारे में हम आपको बता रहे हैं-
नीदरलैंड्स (The Netherlands)

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