ताजिकिस्तान से तुर्की आए थे मॉस्को के हमलावर, फिर फ्लाइट से पहुंचे रूस, अबतक हुए ये खुलासे
AajTak
मॉस्को के क्रोकस सिटी हॉल में हुए आतंकी हमले के सिलसिले में रूसी सुरक्षा एजेंसियों ने अब तक 11 आरोपियों को हिरासत में लिया है. एएफपी की एक रिपोर्ट के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मॉस्को हमले के लिए इस्लामी कट्टरपंथियों को जिम्मेदार ठहराया है, लेकिन उन्होंने इस्लामिक स्टेट का नाम नहीं लिया.
मॉस्को के म्यूजिक कॉन्सर्ट में हमला करने वाले आतंकियों को लेकर अब तक की जांच में कई खुलासे हुए हैं. पता चला है कि सभी बंदूकधारी हमले के कुछ दिन पहले तजाकिस्तान से तुर्की पहुंचे थे, यहां उन्होंने अपना रशियन रेजिडेंट परमिट रिन्यू करवाया. रॉयटर्स ने एक तुर्की सुरक्षा अधिकारी के हवाले से यह जानकारी दी. हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि तजाकिस्तानी मूल के इन आतंकियों का रेडिकलाइजेशन तुर्की में नहीं हुआ था.
बता दें कि 22 मार्च की रात मॉस्को के बाहरी इलाके में स्थित क्रोकस सिटी हॉल में चार आतंकियों ने गोलीबारी और विस्फोट किया था, जिसमें 143 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और 182 अन्य घायल हो गए थे. समाचार एजेंसी से गुमनाम रूप से बात करने वाले अधिकारी ने कहा कि हमलावरों के खिलाफ कोई गिरफ्तारी वारंट नहीं था, जिससे उन्हें तुर्की और रूस के बीच स्वतंत्र रूप से यात्रा करने में मदद मिली. इसके अलावा, यह पता चला है कि हमलावर लंबे समय से मॉस्को में रह रहे थे.
तुर्की से फ्लाइट के जरिए मॉस्को पहुंचे थे हमलावर
सूत्रों के अनुसार, दो हमलावर 2 मार्च, 2024 को तुर्की से फ्लाइट के जरिए मॉस्को पहुंचे थे. बता दें कि इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली है. मॉस्को के क्रोकस सिटी हॉल में हुए आतंकी हमले के सिलसिले में रूसी सुरक्षा एजेंसियों ने अब तक 11 आरोपियों को हिरासत में लिया है. एएफपी की एक रिपोर्ट के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मॉस्को हमले के लिए इस्लामी कट्टरपंथियों को जिम्मेदार ठहराया है, लेकिन उन्होंने इस्लामिक स्टेट का नाम नहीं लिया.
हमलावरों ने यूक्रेन भागने की कोशिश क्यों की: पुतिन
इसके बजाय, उन्होंने हमले का संबंध यूक्रेन से होने का दावा करते हुए पूछा, 'हमलावरों ने यूक्रेन भागने की कोशिश क्यों की, उनका वहां कौन इंतजार कर रहा था'. पुतिन ने एक सुरक्षा बैठक में कहा, 'अमेरिका... अपने सहयोगियों को यह समझाने की कोशिश कर रहा है कि इस आतंकी कृत्य में कीव की कोई संलिप्तता नहीं है और आईएसआईएस के सदस्यों ने हमले को अंजाम दिया है. हम जानते हैं कि हमला किसने किया. हमारी दिलचस्पी यह जानने में है कि इसके पीछे का मास्टरमाइंड कौन था.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी तीन दिन के पाकिस्तान दौरे पर थे. 22 अप्रैल से शुरू हुए पाकिस्तान दौरे में इब्राहिम रईसी इस्लामाबाद, कराची और लाहौर गए. इस दौरान उन्होंने कहा कि दुनिया की कोई ताकत दोनों मुल्कों के बीच रिश्तों को लेकर नुक़सान नहीं पहुंचा सकती. लेकिन अमेरिका इस दौरे से नाराज़ क्यों हुआ?
चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल वू कियान ने कहा है कि वर्तमान में भारत और चीन के बीच सीमा क्षेत्रों की स्थिति सामान्यतः स्थिर है. दोनों देश राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से प्रभावी कम्युनिकेशन बनाए हुए हैं. दोनों देश जल्द से जल्द एक ऐसे समाधान पर पहुंचने पर सहमत हुए हैं जो दोनों देशों को मंजूर हो.