
ताइवान की सीमाओं पर चीन के विमान और युद्धपोत, बौखलाहट में करेगा सैन्य अभ्यास
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ताइवानी राष्ट्रपति के US दौरे से बौखलाए चीन ने फिर से शक्ति प्रदर्शन की घोषणा की है. चीन ताइवान की सीमा के आस-पास तीन दिन का सैन्य अभ्यास शुरू करने जा रहा है. इसका ऐलान शनिवार को ही किया है. चीन, ताइवान को अपना क्षेत्र मानते आया है. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि द्वीप के चारों ओर चीन के 13 चीनी विमानों और 3 युद्धपोतों के होने की जानकारी मिली है.
चीन ताइवानी सीमाओं के आस-पास अपना तीन दिवसीय सैन्य युद्धाभ्यास शुरू करने जा रहा है. चीन ने शनिवार को घोषणा करते हुए कहा कि वह ताइवान में तीन दिवसीय सैन्य अभ्यास शुरू कर रहा है. चीन की सेना पीएलए के ईस्टर्न थिएटर कमांड ने यह जानकारी दी है. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के ईस्टर्न थिएटर कमांड ने कहा कि 'युद्ध की तैयारियों' के लिए 'यूनाइटेड शार्प सोर्ड' 8 से 10 अप्रैल तक चलेगी. वहीं ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि चीन ने द्वीप के चारों ओर 13 चीनी विमानों और 3 युद्धपोतों के होने की जानकारी मिली है.
अमेरिका से लौटी हैं ताइवानी राष्ट्रपति चीन ने यह घोषणा ऐसे वक्त में की है जब ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग वेन हाल ही में अमेरिका के दौरे से लौटी हैं. अमेरिका में उन्होंने यूनाइटेड स्टेट्स हाउस के स्पीकर से मुलाकात की थी, जिसके बाद चीन बौखला गया है और उसने ताइवान के प्रति अपना गुस्सा जाहिर किया है. चीन इस सैन्य अभ्यास में अपने लड़ाकू विमानों को ताइवान के जल क्षेत्रों के आसपास और ताइवान के उत्तर, दक्षिण और पूर्व में "योजना के अनुसार" अभ्यास करेगा. चीन इस अभ्यास के जरिए ताइवान को अपनी सैन्य ताकत दिखाने के साथ ही फिर से युद्ध की चेतावनी देना चाहता है.
चीन ने दी थी ताइवान को धमकी यूएस हाउस के स्पीकर केविन मैककार्थी ने बुधवार को ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन की स्व-शासित द्वीप के लिए अमेरिका केसमर्थन वाले एक शो में मेजबानी की थी. चीन इसे अपना क्षेत्र मानता है और लगातार इसका दावा करता रहता है. बता दें कि, ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन ने बीते बुधवार को अमेरिका के निचले सदन के सभापति केविन मैकार्थी से कैलिफोर्निया में मुलाकात की थी. किसी ताइवानी राष्ट्रपति का अमेरिका जाकर यूएस स्पीकर से मिलने का यह पहला मौका था. चीन ने इसे लेकर धमकी दी थी कि अगर राष्ट्रपति साई इंग वेन, अमेरिकी स्पीकर से मिलीं तो सही नहीं होगा. वहीं, बाइडेन प्रशासन ने कहा कि त्साई की यात्रा के बारे में कुछ भी भड़कने जैसा नहीं है. बस यह ऐसे समय में हुआ है, जब यूएस-चीन संबंध ऐतिहासिक रूप से गिर गए हैं.
बीते साल भी चीन ने किया था घेराव चीन बीते साल अगस्त में भी ताइवान का घेराव कर चुका है. तब अमेरिकी House of Representatives की स्पीकर Nancy Pelosi ताइवान पहुंची थीं. तब चीन यहां डटकर युद्ध अभ्यास कर रहा था और ताइवान को डरा रहा था. इस युद्ध अभ्यास में समुद्र से लेकर जमीन और हवा में भी ताइवान की घेराबंदी की गई थी. चीन की सेनाएं अपने सबसे आधुनिक लड़ाकू विमानों से लेकर Hypersonic Missiles तक का इस्तेमाल कर रही थीं. रिपोर्ट के मुताबिक चीन की सेना ने उस दौरान ताइवान की खाड़ी में सौ से ज्यादा लड़ाकू विमान उड़ाए थे.

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