
'ड्रेनेज प्लान से जुड़ी जरूरी फाइलें महीनों से मंत्री सौरभ भारद्वाज के पास लंबित', दिल्ली LG ऑफिस का आरोप
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एलजी ऑफिस के मुताबिक, जुलाई 2023 में दिल्ली में आई भयानक बाढ़ के बाद दिल्ली के मुख्य सचिव ने सभी सरकारी विभागों/एजेंसियों की एक बैठक बुलाई थी. इस बैठक में कई जरूरी प्रस्ताव दिए गए थे लेकिन इनसे जुड़ी फाइलें मंत्री सौरभ भारद्वाज ने अपने पास रोककर रखा.
दिल्ली में RAU's IAS कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद से आरोप-प्रत्यारोप की सियासत शुरू हो गई है. इसी बीच दिल्ली LG सचिवालय ने जरूरी फाइलों के मूवमेंट का विवरण जारी करते हुए आरोप लगाया है कि नालों की डी-सिल्टिंग (गाद हटाने) से जुड़ी महत्वपूर्ण फाइलें दिल्ली सरकार में शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज के पास महीनों से लंबित हैं. बता दें कि मंत्री सौरभ भारद्वाज ने हाल ही में कहा था कि अधिकारी सिर्फ एलजी के इशारों पर काम करते हैं उनकी नहीं सुनते हैं.
दिल्ली एलजी ऑफिस ने क्या कहा दिल्ली एलजी ऑफिस के मुताबिक, ड्रेनेज योजना, नालों की डी-सिल्टिंग के लिए एकीकृत प्राधिकरण जैसी जरूरी फाइलें मंत्री सौरभ भारद्वाज के पास अगस्त 2023 से ही लंबित हैं. एलजी ऑफिस के मुताबिक, जुलाई 2023 में दिल्ली में आई भयानक बाढ़ के बाद दिल्ली के मुख्य सचिव ने सभी सरकारी विभागों/एजेंसियों की एक बैठक बुलाई थी. इस बैठक में दिल्ली में नालों, सीवरेज, जल निकासी और डी-सिल्टिंग के प्रभारी 3 अधिकारियों की एक समिति बनाई गई. प्रमुख सचिव (आईएंडएफसी), प्रमुख सचिव (पीडब्ल्यूडी) और सीईओ (डीजेबी) और आयुक्त (एमसीडी) ने संयुक्त रूप से बैठक की और कुछ जरूरी प्रस्ताव रखे गए.
बैठक में हुआ था ये फैसला गाद निकालने और रखरखाव के लिए एक प्राधिकरण के तहत 18 नालों के जल निकासी प्रबंधन. दिल्ली जल बोर्ड द्वारा दिल्ली के लिए मास्टर ड्रेनेज योजना.बैराज संचालन समेत कई प्रस्ताव इस मीटिंग में रखे गए. इसके बाद इस प्रस्ताव को मुख्य सचिव के समक्ष रखा गया था. फिर प्रस्ताव को मुख्य सचिव द्वारा बाढ़ नियंत्रण के प्रभारी मंत्री सौरभ भारद्वाज/सीएम अरविंद केजरीवाल के पास भेजा गया.
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आरोप है कि करीब 5 महीने से अधिक समय तक इससे जुड़ी फाइल अपने पास रखने के बाद मंत्री भारद्वाज ने फाइल को प्रमुख सचिव (I&FC) को वापस भेज दिया और सभी हितधारकों की एक बैठक बुलाने और एक प्रेजेंटेशन की मांग की. इसके बाद फाइल को फिर मंत्री भारद्वाज के पास भेजा गया.तब से यह प्रस्ताव उनके पास लंबित पड़ा हुआ है.
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