
डोनाल्ड ट्रंप के वफादार काश पटेल बने FBI के डायरेक्टर, सीनेट से मिली मंजूरी
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ट्रंप के कट्टर समर्थक काश पटेल की नियुक्ति के लिए अमेरिकी सीनेट ने 51-49 के मतों से मंजूरी दी. इस दौरान दो रिपब्लिकन- मेन की सीनेटर सुसान कॉलिंस और अलास्का की सीनेटर लिसा मर्कोवस्की ने सभी डेमोक्रेट सांसदों के साथ इस नियुक्ति का विरोध किया.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भरोसेमंद और भारतीय मूल के काश पटेल को फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) के नए निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है. इस नियुक्ति को अमेरिका की शीर्ष जांच एजेंसी की नेतृत्व संरचना में बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है.
ट्रंप के कट्टर समर्थक काश पटेल की नियुक्ति के लिए अमेरिकी सीनेट ने 51-49 के मतों से मंजूरी दी. इस दौरान दो रिपब्लिकन- मेन की सीनेटर सुसान कॉलिंस और अलास्का की सीनेटर लिसा मर्कोवस्की ने सभी डेमोक्रेट सांसदों के साथ इस नियुक्ति का विरोध किया.
सीनेट में अपनी पुष्टि सुनवाई के दौरान काश पटेल ने एफबीआई के राजनीतिकरण और प्रतिशोधी कार्रवाई से इनकार किया. उन्होंने डेमोक्रेट्स पर उनके पुराने बयानों के अंशों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया और कहा कि अधूरी जानकारी अक्सर भ्रामक होती है.
एफबीआई में हुए बड़े बदलाव
बता दें कि काश पटेल ऐसे समय में एफबीआई का नेतृत्व संभाल रहे हैं जब न्याय विभाग में व्यापक बदलाव हो रहे हैं. ट्रंप समर्थक अधिकारियों द्वारा न्याय विभाग की प्राथमिकताओं को नया रूप देने के प्रयास के कारण उनकी नियुक्ति पर कई आलोचकों ने सवाल उठाए हैं. सीनेटर कॉलिंस और मर्कोवस्की ने अपनी असहमति जताते हुए कहा कि काश पटेल एफबीआई को कानून प्रवर्तन सिद्धांतों की बजाय राजनीतिक निष्ठा के आधार पर संचालित कर सकते हैं.
ट्रंप प्रशासन में न्याय विभाग में फेरबदल

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