
डिग्री और जाति पर लालू फैमिली से क्यों भिड़ गए जीतनराम मांझी? जवाब देने लालू और मीसा भी उतर गए
AajTak
केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने कहा, उन लोगों की पहले डिग्री बताएं. हम तो पढ़े-लिखे हैं. अगर तेजस्वी हमें शर्मा कहते हैं तो पहले वो अपने पिताजी (जाति) का बताएं. उसके पिताजी किसके जन्मे हुए हैं. वो तो गड़ेरिया के जन्मे हुए हैं तो लालू यादव गड़ेरिया हैं. यादव नहीं हैं.
बिहार की राजनीति में दो दिग्गज नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्रियों के बीच अपनी जाति और डिग्री को लेकर विवाद हो गया है. केंद्रीय मंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव की जाति को लेकर सवाल उठाया है और सीधे हमला बोला है. मांझी के बयान पर लालू यादव ने भी उसी अंदाज में जवाब दिया है.
दरअसल, केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने कहा, लालू, यादव नहीं हैं. इस पर लालू यादव ने पलटवार किया और पूछा, मांझी मुसहर हैं क्या?
जानिए मांझी का पूरा बयान....
मांझी ने कहा, उन लोगों की पहले डिग्री बताएं. हम तो पढ़े-लिखे हैं. अगर तेजस्वी हमें शर्मा कहते हैं तो पहले वो अपने पिताजी (जाति) का बताएं. उसके पिताजी किसके जन्मे हुए हैं. वो तो गड़ेरिया के जन्मे हुए हैं तो लालू यादव गड़ेरिया हैं. यादव नहीं हैं.
मांझी के हमले पर लालू ने यूं दिया जवाब...
आरजेडी चीफ लालू यादव ने मांझी के तंज पर सिर्फ एक लाइन में जवाब दिया और पूछा, वो मुसहर हैं? वो मुसहर हैं क्या?

इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.









