
'जो हो गया सो हो गया....' जब शहंशाह बने सचिन को पुलिस ने भेजा जेल
AajTak
बिहार के मोतिहारी की रहने वाली लड़की को लव जिहाद में फंसाने वाले आरोपी शहंशाह आलम को जेल भेज दिया गया है. शहंशाह ने फेसबुक पर सचिन नाम से आईडी बना रखी थी. उसने कहा है कि मैं लड़की से शादी कर लेता. लेकिन अब जो हो गया सो हो गया.
बिहार की लड़की को लव जिहाद के चक्कर में फंसाने वाले आरोपी शहंशाह आलम को गिरफ्तार होने पर नहीं कोई अफसोस नहीं है. उसके नौकरी दिलाने के नाम पर मिलने बुलाया और उसके साथ गलत काम करने की कोशिश की. जब आज तक ने उससे ऐसा करने की वजह पूछी तो उसने अकड़ कर बोला, ''मैं लड़की से शादी कर लेता''. फिर जब उससे पूछा गया कि सचिन नाम से फेसबुक आईडी क्यों बनाई तो वह भड़का गया. कहने लगा कि जो हो गया सो हो गया. सोमवार को कोर्ट में पेश करने के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया है.
गौरतलब है कि शनिवार रात बिहार के मोतिहारी की रहने वाली लड़की (20 साल) कानपुर पहुंची थी. उसे यहां रहने वाले एक शहशांह आलम ने मिलने के लिए बुलाया था. शहंशाह की उम्र 45 साल है, जबकि उसने फेसबुक पर सचिन नाम से आईडी बना रखी थी. इसी के जरिए उसने लड़की से संपर्क किया था. वो बिधनू थाने के कठारा गांव का रहने वाला है.
होटल में की थी घिनौनी हरकत
कानपुर आई लड़की को शहंशाह कानपुर के होटल में ले गया था. यहां उसने लड़की के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की थी. लड़की ने इसका विरोध किया था. साथ ही उसकी असलियत पता चलने पर लड़की ने होटल के रिसेप्शन पर जाकर हंगामा किया. उसने तुरंत 112 नंबर पर फोन करके पुलिस को बुला लिया था. पीड़ित लड़की ने पुलिस को बताया था कि आरोपी जब उससे मिला था तो उसने मास्क लगाया हुआ था. होटम रूम में घुसते ही उसने मास्क हटा लिया और जबरदस्ती करने की कोशिश करने लगा था.
पुलिस दोनों को लेकर गई थी थाने
इसके बाद पुलिस दोनों को लेकर कलेक्टरगंज थाने गई. इसी दौरान सूचना मिलने पर बजरंग दल के कार्यकर्ता भी पहुंच गए थे. थाने में जमकर हंगामा हुआ था. घटना की जानकारी मिलने पर लड़की के परिजन भी कानपुर पहुंचे थे. बाद में लड़की की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर किया गया था.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.






