जैसलमेर जिला अस्पताल का हाल: धूल खा रहे वेंटिलेटर्स, ICU भी बन ही रहा है
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कोरोना महामारी को सालभर से ज्यादा होने को आया है, लेकिन अभी भी जिम्मेदार लापरवाही बरत रहे हैं. जैसलमेर के जिला अस्पताल में वेंटिलेटर्स धूल खा रहे हैं. यहां अभी भी आईसीयू वार्ड बनाया जा रहा है. अधिकारी अलग-अलग बहाने बना रहे हैं.
किसी भी इलाके की स्वास्थ्य सेवाएं देखनी हों तो उसके जिला अस्पताल पहुंच जाइए. राजस्थान की स्वास्थ्य सेवाएं देखने के लिए हम जैसलमेर के जवाहर अस्पताल पहुंचे. ये वो अस्पताल है जो 8 लाख की आबादी का सहारा है. इस इलाके में 400 से ज्यादा गांव आते हैं. इसके बावजूद इस अस्पताल की हालात देखने लायक है. यहां पीएम केयर्स फंड से आए वेंटिलेटर जैसलमेर के कोविड वार्ड में धूल खा रहे हैं. पिछले एक साल से वो ऑपरेशनल नहीं हैं. इन मशीनों का खस्ताहाल देखकर आप ये अंदाजा लगा सकते हैं कि ये मशीनें कितनी इस्तेमाल हुई हैं. मशीनों पर धूल जमी हुई है.राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा आज सुबह एनडीए की मीटिंग हुई. सभी साथियों ने मुझे फिर से इस दायित्व के लिए पसंद किया है और सभी साथियों ने राष्ट्रपति को इसकी जानकारी दी. राष्ट्रपतिजी ने मुझे बुलाकर प्रधानमंत्री पद के लिए नियुक्ति दी है और शपथ ग्रहण के लिए 9 जून तारीख के बारे में सूचित किया है.
बीजेपी की सीटें कम होने के कारणों का जिक्र करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, 'जिसने भी यह '400 पार' का नारा लिखा, इस नारे में कोई बुराई नहीं है लेकिन यह अधूरा नारा है. '400 पार' तो है लेकिन किस लिए? उन्होंने इसे खुला छोड़ दिया. जैसे 2014 में नारा बना था, 'बहुत हुई महंगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार' तो उद्देश्य साफ था कि मोदी सरकार क्यों, क्योंकि महंगाई है.'
नायडू पहली बार लगभग 30 साल पहले 1995 में सीएम बने थे और 2004 तक सत्ता में बने रहे. हालांकि इसके बाद वह दिवंगत वाई एस राजशेखर रेड्डी से हार गए. एक दशक के बाद और तेलंगाना और शेष आंध्र प्रदेश में संयुक्त राज्य के विभाजन के बाद, नायडू 2014 में नए बने राज्य के पहले सीएम के तौर पर चुने गए थे. लेकिन 2019 में वह चुनाव हार गए. अब वह पांच साल के अंतराल के बाद नायडू फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे.
कंगना रनौत को थप्पड़ मारने वाली कुलविंदर कौर पर एक्शन तेज, सस्पेंशन के बाद अब इन धाराओं में FIR दर्ज
मंडी से लोकसभा चुनाव जीतकर 6 जून को कंगना रनौत दिल्ली लौट रही थीं कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर बवाल खड़ा हो गया. यहां सिक्योरिटी चेक के बाद CISF की एक महिला जवान कुलविंदर कौर ने उनको थप्पड़ मार दिया. कंगना रनौत की शिकायत CISF ने आरोपी महिला कर्मी को सस्पेंड कर दिया और अब FIR भी दर्ज करा दी है.