जुवेनाइल जस्टिस एक्ट में संशोधनों को मिली कैबिनेट की मंजूरी
AajTak
जुवेनाइल जस्टिस एक्ट में हुए नए संशोधन के हिसाब से चाइल्ड वेलफेयर कमिटी में शामिल किए जाने से पहले बैकग्राउंड चेक हुआ करेगा, जिसमें सदस्य का पूरा बैकग्राउंड और उसकी शिक्षा की जांच की जाएगी, चाइल्ड प्रोटेक्शन यूनिट और वेलफेयर कमिटी अब जिलाधिकारी के अंडर काम करेगी.
केंद्रीय मंत्रिमंडल की मीटिंग में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं. जिनमें से एक जुवेनाइल जस्टिस एक्ट में किए गए बदलाव भी शामिल हैं. केंद्रीय कैबिनेट ने जुवेनाइल एक्ट में कुछ नए बदलावों को मंजूरी दी है. जिसके तहत जिला अधिकारी को और अधिक पॉवर दी गई हैं. चाइल्ड प्रोटेक्शन यूनिट और वेलफेयर कमिटी अब जिलाधिकारी के अंडर काम करेगी. कैबिनेट मीटिंग के बाद हुई प्रेस कांफ्रेंस में केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने कहा ''जुवेनाइल जस्टिस एक्ट नए संशोधन के हिसाब से चाइल्ड वेलफेयर कमिटी में शामिल किए जाने से पहले बैकग्राउंड चेक हुआ करेगा, जिसमें सदस्य का पूरा बैकग्राउंड और उसकी शिक्षा की जांच की जाएगी. इससे पहले इस तरह का कोई भी बैकग्राउंड वेरिफिकेशन नहीं होता था. इसके अलावा अब नए संशोधनों के अनुसार ट्रैफिकिंग और ड्रग एब्यूज से रिकवर किए गए बच्चों को भी अब इन कमिटी के अंदर देखभाल के लिए रखा जाया जा सकेगा. इस पूरे सिस्टम की देखभाल की जिम्मेदारी जिलाधिकारी की होगी.''अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी, कुमार को पिछले साल अप्रैल में मुख्य सचिव के पद पर नियुक्त किया गया था. इससे पहले वह अरुणाचल प्रदेश के सीएस थे. 60 वर्षीय नौकरशाह पिछले साल 30 नवंबर को रिटायर होने वाले थे. तब 6 महीने के लिए उनका कार्यकाल बढ़ा दिया गया था.
नांदेड़ के पेंगांगा नदी के किनारे एक परिवार ओपने रिश्तेदार के साथ मटन पार्टी करने गया था. सभी लोगों ने पार्टी में खाना खाया. इसके बाद करीब 5 से 10 लोग नदी में नहाने चले गए. सभी एक-दूसरे पर पानी फेंककर नदी में नहाने का आनंद ले रहे थे. इसी दौरान एक लड़की डूबने लगी. उसे बचाने गई दो अन्य लड़कियां भी डूब गई.
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आखिरकार माना है कारगिल युद्ध पाकिस्तान की गलती का नतीजा था. मसलन, उन्होंने स्वीकार किया कि पाकिस्तान ने 1999 के लाहौर समझौते का उल्लंघन किया था. तब आर्मी चीफ रहे परवेज मुशर्रफ ने गुप्त रूप से अपनी सेना कारगिल में भेजी थी, जिसकी वजह से भारत-पाकिस्तान के बीच बड़े पैमाने पर युद्ध छिड़ गया था.
डीसीपी (महिलाओं के खिलाफ अपराध) वीरेंद्र विज ने बताया कि शिक्षक संजू वर्मा ने लड़की को पहले इंस्टाग्राम पर फॉलो करने के अनुरोध को स्वीकार करने के लिए मजबूर किया. इसके बाद आरोपी शिक्षक ने ऐप पर उसे "अश्लील" मैसेज भेजने शुरू कर दिए. मामले की जानकारी मिलने के बाद पीड़िता के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.