
'जीत तो कोई नहीं पाएगा', ट्रंप के टैरिफ बढ़ाने वाले ऐलान पर आया चीन का जवाब
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चीनी दूतावास के प्रवक्ता लिउ पेंग्यू ने जारी बयान में कहा कि चीन पर अमेरिकी टैरिफ को लेकर हमारा मानना है कि दोनों देशों के आर्थिक संबंध और व्यापारिक सहयोग आपसी हितों पर आधारित है. लेकिन इस ट्रेड वॉर में जीत किसी की भी नहीं होगी.
अमेरिका में राष्ट्रपति के तौर पर डोनाल्ड ट्रंप की वापसी से आने वाले समय में वैश्विक समीकरण बदलते नजर आएंगे. ट्रंप ने शपथ लेने से पहले ही अपने इरादे साफ कर दिए हैं.
उन्होंने दो टूक कह दिया है कि देश की बागडोर संभालते ही चीन, कनाडा और मेक्सिको के खिलाफ बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं. अब ट्रंप के इस बयान पर चीन ने भी प्रतिक्रिया दी है.
वॉशिंगटन में चीन के दूतावास ने कहा है कि इस ट्रेड वॉर (Trade War) में न तो चीन और और न ही अमेरिका की जीत होगी. चीनी दूतावास के प्रवक्ता लिउ पेंग्यू ने जारी बयान में कहा कि चीन पर अमेरिकी टैरिफ को लेकर हमारा मानना है कि दोनों देशों के आर्थिक संबंध और व्यापारिक सहयोग आपसी हितों पर आधारित है. लेकिन इस ट्रेड वॉर में जीत किसी की भी नहीं होगी.
लिउ ने कहा कि पिछले साल अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बनी सहमति के बाद हमने ड्रग्स तस्करी से निपटने को लेकर कदम उठाए थे. हमने इस संबंध में अमेरिकी प्रशासन को जानकारी भी दी थी. लेकिन ये कहना कि चीन जानबूझकर फेंटानिल जैसे ड्रग्स की अमेरिका में सप्लाई कर रहा है, यह वास्तविकता से कोसों दूर है.
चीन से क्यों खफा हैं ट्रंप?
ट्रंप ने कहा कि मैंने चीन से बड़ी संख्या में अमेरिका में सप्लाई हो रहे ड्रग्स विशेष रूप से फेंटानिल को लेकर चीन प्रशासन से बात की है लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. चीन के प्रतिनिधियों ने मुझे बताया कि वे पकड़ने जाने पर ड्रग्स डीलर्स को मृत्युदंड की सजा देंगे लेकिन दुर्भाग्य से चीन ने कभी इसका पालन नहीं किया और चीन से अमेरिका में लगातार ड्रग्स की खेपें आती रही. ये ड्रग्स मुख्यतौर पर मेक्सिको के रास्ते अमेरिका पहुंचाया जा रहा है. हम चीन पर अतिरिक्त 10 फीसदी टैरिफ लगाने जा रहे हैं.

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