
जयंत चौधरी बोले- किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाने पर मारपीट होगी तो परिणाम अच्छे नहीं होंगे
AajTak
जयंत चौधरी ने कहा, 'आप किसी के बीच जा रहे हैं, इसका कोई विरोध नहीं है, लेकिन अगर वहां कोई किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगा रहा है और आप उसके साथ मारपीट करेंगे तो परिणाम अच्छे नहीं होंगे.'
बीते दिन केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के काफिले और किसानों के बीच झड़प का मामला सामने आया था. इस मसले को लेकर किसान आंदोलन और जाट राजनीति पर बात होने लगी है. इसी को लेकर आज तक ने राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के नेता जयंत चौधरी से बात की है. उन्होंने आजतक से कहा, ''नेताओं का विरोध नहीं है, किसान समझ गए हैं कि यह कानून उनके लिए नहीं बनाया गया है कुछ खास लोगों को लाभ पंहुचाने के लिए कानून बनाए गए हैं. किसान डटकर विरोध कर रहे हैं 3 महीने से सड़कों पर बैठे हैं, वह तकलीफ में हैं, आहत हैं, जिस तरीके से उनकी सड़क पर उनकी पिटाई की गई. उन्हें खालिस्तानी, आतंकवादी कहा गया, तो ये सब किसान देख रहा है, वह गुस्से में है.'' जयंत चौधरी ने आगे कहा ''आप किसी के बीच जा रहे हैं, इसका कोई विरोध नहीं है, लेकिन अगर वहां कोई किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगा रहा है तो आप उसके साथ मारपीट करेंगे तो परिणाम अच्छे नहीं होंगे.''
इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.









