'जंग रुकवा दी...' के सवाल पर बोले पीएम मोदी- यूक्रेन की चर्चा ज्यादा हुई मैं पहले कई बार ऐसा कर चुका हूं
AajTak
पीएम ने कहा कि यूक्रेन और रूस दोनों से मेरी घनिष्ठता है. दोनों राष्ट्रपति के साथ मेरी बहुत मित्रता रही है. मैं सार्वजनिक तौर पर दोनों को कह सकता हूं कि ये युद्ध का समय नहीं है. बातचीत के रास्ते पर जाना चाहिए. इसी वजह से मेरी क्रेडिबिलिटी है.
देश में चुनावी माहौल है. ऐसे में पहले चरण की वोटिंग से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाचार एजेंसी ANI को एक इंटरव्यू दिया. पीएम ने इंटरव्यू में कई मुद्दों पर बातचीत की. उन्होंने रूस और यूक्रेन के बीच जंग के मसले पर भी अपनी राय जाहिर की. रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई के दौरान भारतीय छात्रों की सकुशल वापसी में पीएम की व्यक्तिगत हस्तक्षेप के सवाल पर उन्होंने कहा कि यूक्रेन की चर्चा ज्यादा हो गई है. मैं पहले भी ऐसा कर चुका हूं.
इस दौरान पीएम ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के इंटरव्यू का जिक्र किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 से लेकर ऐसी कई घटनाएं हैं. पीएम मोदी ने कहा कि हम यमन से लोगों को लेकर आए. हमने सऊदी किंग से बात की. हमने उनसे कहा कि लगातार बमबारी चल रही है, हम अपने लोगों को निकाल नहीं पा रहे हैं. सऊदी किंग ने कहा कि कुछ समय दीजिए. एक समय ऐसा होता था, जब थोड़ी देर के लिए बमबारी रुक जाती थी, फिर हम भारतीयों को सुरक्षित निकाल कर लाते थे. हम यमन से पांच हजार लोगों को निकाल कर लाए. उसी तरह से यूक्रेन से भी छात्रों को सकुशल निकाला गया.
'यूक्रेन और रूस से मेरी घनिष्ठता' पीएम ने कहा कि यूक्रेन और रूस दोनों से मेरी घनिष्ठता है. दोनों राष्ट्रपति के साथ मेरी बहुत मित्रता रही है. मैं सार्वजनिक तौर पर दोनों को कह सकता हूं कि ये युद्ध का समय नहीं है. बातचीत के रास्ते पर जाना चाहिए. इसी वजह से मेरी क्रेडिबिलिटी है. मैंने जब कहा कि यूक्रेन में मेरे लोग फंसे हैं, उन्हें निकालने के लिए मुझे आपकी मदद चाहिए. वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा, भारत सरकार क्या व्यवस्था कर सकती है? मैंने जो भी व्यवस्था की थी, उसके बारे में बताया. फिर उन्होंने हमारी मदद की.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के तिरंगे की ताकत इतनी ज्यादा थी कि विदेशी व्यक्ति भी भारत का तिरंगा हाथ में रखता था तो उसे जगह मिल जाती थी. मेरा तिरंगा ही मेरी गारंटी बन गया.
गारंटी बोलता हूं, तो जिम्मेदारी लेता हूं... प्रधानमंत्री मोदी ने जनता से किए गए वादों को पूरा करने में विफल रहने पर विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि राजनेताओं को लोगों से किए वादों की जिम्मेदारी भी लेनी चाहिए. पीएम ने कहा, 'जब मैं मोदी की गारंटी कहता हूं तो मैं इसकी ओनरशिप लेता हूं. मैं लोगों से किए वादों को पूरा करने की जिम्मेदारी लेता हूं.'
पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे लगता है कि राजनीतिक नेतृत्व लोगों की नजरों में संदिग्ध होता जा रहा है. ऐसे में हमें याद रखना चाहिए कि हमारे यहां प्राण जाए पर वचन न जाए की परंपरा रही है. मेरा मानना है कि राजनेताओं को ओनरशिप लेनी चाहिए, जिम्मेदारी लेनी चाहिए कि मैं जो कहता हूं वह मेरी जिम्मेदारी है और मैंने जनता को इसकी गारंटी दी है. मैं भी लोगों से वादे करता हूं, लेकिन जिम्मेदारी के साथ.'
वाकई, 2024 के चुनाव में कितने ही सुखद संयोग बने हैं. अमृतकाल के इस प्रथम लोकसभा चुनाव में मैंने प्रचार अभियान 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणास्थली मेरठ से शुरू किया. मां भारती की परिक्रमा करते हुए इस चुनाव की मेरी आखिरी सभा पंजाब के होशियारपुर में हुई. संत रविदास जी तपोभूमि, हमारे गुरुओं की भूमि पंजाब में आखिरी सभा होने का सौभाग्य भी बहुत विशेष है. इसके बाद मुझे कन्याकुमारी में भारत माता के चरणों में बैठने का अवसर मिला.
लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल ने तीसरी मोदी सरकार की संभावना जताई है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया कि इस बार सभी सभी एग्जिट पोल फेल होंगे. उन्होने कहा कि 4 जून को इ्डिया गठबंधन 295 सीटें जीतकर सरकार बनाएगा. बीजेपी नेता हरदीप पुरी ने दावा किया कि 4 जून को बीजेपी एग्जिट पोल से भी ज्यादा सीटें जीतेगी. देखें सुपरफास्ट खबरें.
आज सुबह की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 3 जून, 2024 की खबरें और समाचार: लोकसभा चुनावों के सभी चरण पूरे होने के बाद एक तरफ देश रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार कर रहा है तो वहीं इस बीच नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने जनता को बड़ा झटका दिया है. भारतीय शेयर बाजार (Share Market) में आज बंपर उछाल देखने को मिल सकता है और बाजार पहले से ही बंपर सिग्नल देते हुए नजर आ रहा है. वहीं, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि पिछले हफ्ते न्यूयॉर्क जूरी द्वारा ऐतिहासिक सजा सुनाए जाने के बाद वह घर में नजरबंद रहना या जेल में रहना स्वीकार करेंगे.
एग्जिट पोल का अनुमान बताता है कि बीजेपी और महायुति को जितनी सीटों पर जीतने की उम्मीद थी, वो पूरी होती नहीं दिख रही है. एग्जिट पोल में महाराष्ट्र की 48 सीटों में से बीजेपी को 20-22, कांग्रेस को 3-4, शिवसेना (ठाकरे गुट) को 9-11, शिवसेना (शिंदे गुट) को 8-10, एनसीपी (शरद पवार) को 4-5 और एनसीपी (अजित पवार) को 1-2 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है.