
चेन्नई के कलाईनार सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में आग के कारण बिजली गुल, राहत कार्य जारी
AajTak
अस्पताल में बिजली बहाल करने के लिए अतिरिक्त जनरेटर सेट मंगवाए गए हैं. तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम स्थिति का आकलन कर रही है और चरणबद्ध तरीके से बिजली आपूर्ति बहाल करने का काम जारी है. स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, जिसमें स्वास्थ्य सचिव सुप्रिया साहू भी शामिल हैं, घटनास्थल पर मौजूद हैं और कार्यों की निगरानी कर रहे हैं.
चेन्नई के गिंडी स्थित कलाईनार सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई. यह समस्या मुख्य बिजली आपूर्ति लाइन में आग लगने की घटना के कारण हुई. इसके अलावा, इसी लाइन के पास मौजूद जनरेटर सप्लाई केबल भी आंशिक रूप से प्रभावित हो गया, जिसके कारण पूरे अस्पताल में बिजली कट गई. अस्पताल में इस समय कुल 419 मरीज भर्ती हैं, जिनमें से 15 मरीज गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में वेंटिलेटर पर हैं. हालांकि, राहत की बात यह है कि गहन चिकित्सा इकाई के लिए अलग से जनरेटर सप्लाई पहले से उपलब्ध थी, और वह सामान्य रूप से काम कर रही है. इस कारण आईसीयू और वेंटिलेटर पर मरीजों के इलाज में कोई बाधा नहीं आई है.
मरीजों को दिया गया आश्वासन अस्पताल में बिजली बहाल करने के लिए अतिरिक्त जनरेटर सेट मंगवाए गए हैं. तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम स्थिति का आकलन कर रही है और चरणबद्ध तरीके से बिजली आपूर्ति बहाल करने का काम जारी है. स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, जिसमें स्वास्थ्य सचिव सुप्रिया साहू भी शामिल हैं, घटनास्थल पर मौजूद हैं और कार्यों की निगरानी कर रहे हैं. स्वास्थ्य सचिव सुप्रिया साहू ने सभी वार्डों का दौरा किया और मरीजों तथा उनके परिजनों से बातचीत की. उन्होंने कहा, "हमारी टीम पूरी तरह से सतर्क है और बिजली जल्द ही बहाल कर दी जाएगी. गहन चिकित्सा इकाई में कोई समस्या नहीं है. मरीजों और उनके परिवारों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है."
आग के कारणों की जांच जारी मुख्य बिजली सप्लाई लाइन में आग कैसे लगी, इसका कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है. अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच जारी है और जल्द ही विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी. स्वास्थ्य सचिव ने यह भी कहा कि अस्पताल में एक सुरक्षा ऑडिट कराया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके. उन्होंने अधिकारियों को अस्पताल के सभी विद्युत उपकरणों और सिस्टम की जांच करने के निर्देश दिए हैं. फिलहाल अस्पताल में स्थिति नियंत्रण में है. आईसीयू, ऑपरेशन थिएटर और आपातकालीन सेवाएं निर्बाध रूप से काम कर रही हैं. अन्य विभागों में भी बिजली जल्द ही बहाल होने की उम्मीद है.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







