चीन के खिलाफ मोदी सरकार की DDLJ विदेश नीति! जयराम रमेश ने बताया कनेक्शन
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मोदी सरकार की चीन नीति को लेकर कांग्रेस हमलावर है. अब जयराम रमेश की तरफ से सरकार पर बड़ा हमला बोला गया है. कहा गया है कि सरकार वर्तमान में DDLJ नीति पर चल रही है. इस नीति में सिर्फ Deny, Distract, Lie, Justify करने का काम हो रहा है.
चीन और भारत के बीच में सीमा विवाद अभी भी जारी है. लगातार हो रही दोनों सेनाओं की बातचीत की वजह से जमीन पर तनाव कुछ कम जरूर हुआ है, लेकिन खत्म नहीं. हाल ही में डीजीपी कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि भारत इस समय 65 में से 26 प्वाइंट पर पेट्रोलिंग नहीं कर पा रही है. इन्हीं सब तथ्यों को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. कहा गया है कि सरकार की विदेश नीति पूरी तरह फेल हो गई है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इसी सिलसिले में बयान जारी किया है.
क्या है ये DDLJ नीति?
जयराम रमेश की तरफ से मोदी सरकार की चीन के खिलाफ विदेश नीति को DDLJ बता दिया गया है. उनके मुताबिक ये सरकार सिर्फ Deny, Distract, Lie, Justify करने का काम करती है. जयराम रमेश कहते हैं कि चीनी घुसपैठ से निपटने के लिए मोदी सरकार की पसंदीदा रणनीति का सार चार शब्दों में परिभाषित किया जा सकता है.- इंकार करो, ध्यान भटकाओ, झूठ बोलो और न्यायोचित ठहराओ. मई 2020 के बाद से भारत का लद्दाख में 65 में से 26 गश्त बिंदुओं तक अपनी पहुंच खोना सरकार की विफल चीन नीतचि का नवीनतम खुलासा है.
जयराम का पीएम पर तंज
कांग्रेस नेता इस बात पर भी जोर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई मौकों पर चीन के राष्ट्रपति से मुलाकात की. कई बार उन्हें खुश करने का प्रयास हुआ, लेकिन फिर भी चीन सिर्फ आक्रमक रहा. इस बारे में उन्होंने कहा कि कोई भी भ्रम इस तथ्य को छुपा नहीं सकता कि मोदी सरकार ने दशकों में भारत को लगे इस सबसे बड़े क्षेत्रीय आघात पर पर्दा डालने की कोशिश की है, और हमें यह चोट प्रधानमंत्री मोदी द्वारा राष्ट्रपति शी जिनपिंग को खुश करने के बचकाने व्यवहार के बाद पहुंची. हमारा सुझाव है कि सरकार और विदेश मंत्री एस जयशंकर चीनी सैनिकों को डेपसांग और डेमचोक से बाहर निकालने के प्रयासों को अधिक समय दें और अपनी अक्षमता के लिए विपक्ष पर दोष मढ़ने पर कम समय लगाएं.
विदेश मंत्री से पूछे सवाल
असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट में बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री नियुक्त किया गया है. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के नेता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) मंत्रालय का प्रभार दिया गया है.
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