
घर के बाहर खेल रही बच्ची को उठा ले गया तेंदुआ... जंगल में मिले शव के टुकड़े, देखते ही बिलख पड़ा परिवार
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तमिलनाडु के वेलपरई की शांत वादियों में उस वक्त मातम पसर गया, जब एक झारखंडी मजदूर परिवार की चार साल की मासूम बेटी रोशनी को घर के बाहर खेलते वक्त तेंदुआ उठा ले गया। कुछ ही सेकंड में हंसी-खुशी का माहौल चीख-पुकार में बदल गया। अगले दिन जंगल से बच्ची का क्षत-विक्षत शव मिला, जिसके टुकड़ों को देख मां-बाप बेसुध हो गए। यह दर्दनाक हादसा न सिर्फ उस परिवार के लिए कभी न भूलने वाला घाव बन गया, बल्कि मानव-वन्यजीव संघर्ष की खौफनाक हकीकत को भी उजागर कर गया.
तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले के वेलपरई क्षेत्र से दर्दनाक घटना सामने आई है. यहां झारखंड के एक मजदूर परिवार की चार साल की बच्ची तेंदुए का शिकार बन गई. बच्ची का शव शनिवार को जंगल से बरामद हुआ, जिससे इलाके में शोक और दहशत का माहौल है. इस घटना की जो तस्वीरें सामने आईं हैं, वे दिल दहला देने वाली हैं.
जानकारी के अनुसार, यह घटना शुक्रवार शाम की है. वेलपरई के पास कालीअम्मल रेजिडेंशियल एरिया में रहने वाले मनोज कुंडा और मोनिका देवी की बेटी रोशनी कुमारी घर के बाहर खेल रही थी. उसी दौरान एक तेंदुआ, जो पास के चाय बागान में छिपा था, अचानक झपट पड़ा और रोशनी को घसीटते हुए जंगल की ओर ले गया. यह सब कुछ चंद सेकंड में हुआ और परिजन कुछ समझ पाते, उससे पहले तेंदुआ बच्ची को लेकर गायब हो गया.
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घटना की सूचना पुलिस और वन विभाग को दी गई. जानकारी मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और खोजबीन शुरू की. खोजी कुत्तों की मदद से इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया. लगभग 300 मीटर दूर एक घने यूकेलिप्टस के जंगल से बच्ची का क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया. शव के कई हिस्से बिखरे हुए थे, जिन्हें वन अधिकारियों ने इकट्ठा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा.
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह इलाका तेंदुओं वाला क्षेत्र है. यहां पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं. अब इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. इस घटना ने एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. चाय बागानों और जंगलों के समीप बसे मजदूर परिवारों की सुरक्षा बड़ी चुनौती बन गई है. फिलहाल पूरे इलाके में शोक का माहौल है.

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