
गोवा में पार्टी का मजा हो सकता है किरकिरा, इन गलतियों पर लगेगा भारी जुर्माना
AajTak
गोवा में टूरिज्म को बढ़ावा देने और पर्यटन स्थलों की सफाई और पर्यटकों की सुरक्षा के लिए गोवा सरकार पर्यटन स्थलों के लिए कड़े नियम लेकर आई है. अगर कोई भी इन नियमों का उल्लंघन करता मिला तो उसे भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है. यहां पढ़िए क्या हैं नियम...
आपने कई बार अपने दोस्तों के साथ गोवा जाने का प्लान जरूर बनाया होगा. युवाओं के बीच गोवा में पार्टी करने का बहुत क्रेज देखने को मिलता है. अगर आप भी गोवा में दोस्तों के साथ पार्टी करने का प्लान कर रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है. गोवा में टूरिज्म को बढ़ावा देने और पर्यटन स्थलों की सफाई और पर्यटकों की सुरक्षा के लिए गोवा सरकार पर्यटन स्थलों के लिए कड़े नियम लेकर आई है. अगर कोई भी इन नियमों का उल्लंघन करते पाया गया तो उसे भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है.
50 हजार तक हो सकता है जुर्माना सरकार द्वारा जारी नोटिस की मानें तो अगर कोई भी व्यक्ति या कंपनी इन नियमों का उल्लंघन करती पाई गई तो उसे 5000 से 50,000 रुपये जुर्माना भरना पड़ सकता है. गोवा सरकार ने बताया कि सभी पुलिस स्टेशनों को नए नियमों को ध्यान में रखते हुए काम करने के निर्देश दिए गए हैं.
ये गलतियां पड़ सकती हैं भारी गोवा सरकार द्वारा 31 अक्टूबर को एक नोटिस जारी कर नियमों की जानकारी दी गई है. इस नोटिस के मुताबिक अब गोवा में खुली जगहों पर खाना बनाने पर प्रतिबंध है. साथ ही, किसी भी टूरिस्ट स्थान पर कूड़ा-करकट करना भी मना है. इसके अलावा अब सी बीच (Sea Beach) के किनारे गाड़ी चलाने और शराब पीकर बोतलें फोड़ने पर भी भारी जुर्माना लगेगा.
इन पर भी कसेगी नकेल इसके अलावा स्थानीय व्यवसायों के लिए भी नियम लागू किए गए हैं. केवल सीमांकित क्षेत्रों में जल क्रीड़ा गतिविधियों की अनुमति होगी. सभी प्रकार के टिकट केवल अधिकृत टिकट काउंटरों पर बेचे जाएंगे, खुले में नहीं. नए नियमों में कहा गया है कि भीख मांगने और जनता को परेशान करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी. साथ ही पर्यटकों की आवाजाही में बाधा डालने वाले फेरीवालों और कार्ट मालिकों से भी सख्ती से निपटा जाएगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.

लोकसभा में शुक्रवार को कई प्राइवेट मेंबर बिल पेश किए गए, जिनमें सुप्रिया सुले का राइट टू डिस्कनेक्ट बिल, 2025 शामिल है, जो कर्मचारियों को ऑफिस समय के बाद काम से जुड़े कॉल और ईमेल से मुक्त रहने का अधिकार देने का प्रस्ताव करता है. कांग्रेस सांसद कडियम काव्या का मेनस्ट्रुअल बेनिफिट्स बिल, 2024 और लोजपा सांसद शंभवी चौधरी का बिल महिलाओं और छात्राओं के लिए पेड पीरियड लीव सुनिश्चित करने पर केंद्रित है.

दिल्ली के टिकरी कलां में एक किराना दुकान में आग लगने से पति-पत्नी की दम घुटने से मौत हो गई. दुकान के अंदर धुआं भरने के बीच करंट लगने के कारण शटर नहीं खुल पाया और दोनों बाहर नहीं निकल सके. पुलिस ने बताया कि आग शॉप काउंटर में शॉर्ट सर्किट से लगी, जिससे प्लास्टिक सामग्री ने आग पकड़ ली और धुआं तेजी से फैल गया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

इंडिगो संचालन संकट के कारण कई उड़ानें रद्द होने और क्षमता घटने से अचानक बढ़े किरायों पर रोक लगाने के लिए सरकार ने घरेलू उड़ानों पर अधिकतम किराया सीमा लागू कर दी है, जिसके तहत 500 किमी तक 7,500 रुपये, 500–1000 किमी के लिए 12,000 रुपये, 1000–1500 किमी के लिए 15,000 रुपये और 1500 किमी से अधिक दूरी के लिए 18,000 रुपये से ज्यादा किराया नहीं लिया जा सकेगा.

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंडिगो को निर्देश दिया है कि सभी लंबित रिफंड 7 दिसंबर रात 8 बजे तक बिना देरी पूरी तरह लौटा दिए जाएं और रद्द हुई उड़ानों से प्रभावित यात्रियों से कोई री-शेड्यूलिंग शुल्क न लिया जाए. मंत्रालय ने स्पेशल पैसेंजर सपोर्ट और रिफंड सेल बनाने, प्रभावित यात्रियों से खुद संपर्क करने और ऑटोमेटिक रिफंड सिस्टम जारी रखने को कहा है.

श्रीनगर इन दिनों एक ब्लैक बियर से परेशान है. कभी NIT कैंपस, कभी कश्मीर यूनिवर्सिटी, तो कभी SKIMS... अब यह भालू निगीन झील के आसपास घूमता दिखा है. विभाग ने शहरभर में बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू किया है, जिसमें ड्रोन, ट्रैंक्विलाइजर गन, रैपिड-रिस्पॉन्स टीमें और एंबुलेंस तैनात हैं. अधिकारियों ने कहा है कि बाहर केवल जरूरत होने पर ही निकलें.






