
गैस खरीदारों से सिर्फ रूबल में पेमेंट लेगा रूस, 1 अप्रैल से आदेश प्रभावी; पुतिन ने लगाई मुहर
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Russia-Ukraine War: रूस से गैस और ऑयल खरीदने के लिए यूरोपीय देश अब तक डॉलर या यूरो में भुगतान करते रहे हैं. बता दें कि यूरोपीय देश अपनी जरूरत की 40 फीसदी गैस का इंपोर्ट रूस से करते हैं. पुतिन ने उनकी इसी कमजोरी को अपनी अर्थव्यस्था को गिरने से बचाने के लिए इस्तेमाल किया है.
रूस के गैर मित्र देशों को अब 1 अप्रैल से रूसी गैस के लिए रूबल में भुगतान करना होगा. अगर भुगतान रूबल में नहीं किए गए तो उनके अनुबंध रोक दिए जाएंगे. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने गुरुवार इस संबंध में एक सरकारी आदेश पर मुहर लगा दी. पुतिन ने कहा कि रूसी प्राकृतिक गैस खरीदने के लिए यूरोपियन यूनियन के देशों को रूसी बैंकों में खाते खोलने होंगे. इन खातों के जरिए ही शुक्रवार से गैस का भुगतान लिया जाएगा.
पुलिस ने आगे कहा, अगर रूबल में भुगतान नहीं किए गए, तो हम इसे खरीदारों की ओर से एक डिफ़ॉल्ट मानेंगे और फिर वह उसके नतीजों के लिए तैयार रहें. उन्होंने कहा कि कोई भी हमें मुफ्त में कुछ नहीं बेचता है, और हम भी उनके लिए कोई चैरिटी नहीं चलाने जा रहे हैं, यानी मौजूदा अनुबंधों को रोक दिया जाएगा.
उधर, पश्चिमी कंपनियों और सरकारों ने मौजूदा अनुबंधों के उल्लंघन के रूप में इस कदम को खारिज कर दिया है. उनका कहना है कि गैस खरीदने का अनुबंध पहले यूरो या डॉलर में तय हुआ था और इस तरह बीच में इसे तोड़ा नहीं जा सकता है.
पुतिन के नए आदेश के तहत विदेशी खरीदारों को अपनी करेंसी रूसी बैंक में ट्रांसफर करनी होगी, जिसके बदले उन्हें रूबल दे दिए जाएंगे और फिर वह गैस का पेमेंट कर सकेंगे. पुतिन ने कहा कि यह बदलाव रूस की संप्रभुता को मजबूत करने के लिए था, और कि रूस सभी अनुबंधों से जुड़े अपने दायित्वों पर कायम रहेगा.
रूबल के बहाने पुतिन का बड़ा दांव
दरअसल, अमेरिका समेत यूरोपियन यूनियन के देशों ने यूक्रेन पर हमले के बाद से रूस पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं. इसके चलते रूस की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ रहा है. इस गिरावट से उबरने के लिए पुतिन ने बड़ा दांव चल दिया है.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.

अब लगभग चार घंटे बाकी हैं जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर पहुंचेंगे. उनका विमान शाम 6 बजकर 35 मिनट पर दिल्ली एयरपोर्ट पर आएगा. करीब चार साल बाद पुतिन भारत आ रहे हैं, जो 2021 में भारत आने के बाद पहली बार है. इस बीच पुतिन के भारत दौरे से पहले MEA ने दोनों देशों के संबंध का वीडियो जारी किया है.








