गैस की जगह चूल्हे में खाना, कार की जगह गधा गाड़ी का इस्तेमाल... गाजा में ईंधन की भारी किल्लत
AajTak
हमास के साथ जारी युद्ध के बीच इजरायल की ओर से गाजा में जरूरी सामान और ईंधन की सप्लाई में कटौती की गई है जिससे आम लोगों के सामने संकट पैदा हो गया है. लोग कई जगह पेट्रोल पंपों के सामने कतार लगाकर खड़े होकर तेल ले रहे हैं.
इजरायल और हमास की जंग बीते 20 दिन से जारी है.गाजा पट्टी पर इजरायल द्वारा लगातार किए जा रहे हमलों के बाद वहां हालात बदतर होते जा रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने कहा है कि फिलिस्तीनी में हमले का असर आम जन-जीवन पर पड़ रहा है जिसकी वजह से जीवन रक्षक संसाधनों, विशेष रूप से ईंधन की किल्लत हो गई है.
लकड़ी जलाकर खाना बना रहे हैं लोग
कई ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जहां गाजा निवासी पेट्रोल के लिए कतार में खड़े हैं. ईंधन की कमी के बीच लोग लकड़ी से आग जलाकर खाना पका रहे हैं. चाइना ग्लोबल टेलीविज़न नेटवर्क (सीजीटीएन) के स्ट्रिंगर द्वारा कुछ फुटेज जारी किए गए जिसमें गाजा के लोग खाली कंटेनरों के साथ गैस स्टेशनों पर लाइन में खड़े होकर, अपने मोटरों और वाहनों को चलाने के लिए जरूरी डीजल और ईंधन खरीद रहे हैं. यहां लोगों की लंबी कतारें हैं.
शवों को गधागाड़ी में ले जा रहे हैं कब्रिस्तान
वहीं गाजा के खान यूनिस के लोग शवों को कब्रिस्तान में दफनाने के लिए परिवहन के वैकल्पिक तरीके अपना रहे हैं, क्योंकि ईंधन की कमी के कारण उन्हें कारों का उपयोग करने में कठिनाई हो रही थी. इमारत ढहने से मारे गए एक व्यक्ति के रिश्तेदारों ने उसके शव को गधे द्वारा खींची जाने वाली गाड़ी यानि गधा गाड़ी पर लाद दिया और भीड़भाड़ वाली सड़कों से गुजरते हुए परिजन शव के साथ बैठे गए.
आपको बता दें कि गाजा पट्टी में इजरायली बमबारी से बचने के लिए बड़ी संख्या में लोग दूसरे स्थानों के लिए पलायन कर गए हैं, लेकिन जो बचे हैं वे इजरायल की ओर से बिजली सप्लाई ठप होने से अंधेरे में जीने को मजबूर हैं. बिजली पानी के अलावा ट्रांसपोर्टेशन ठप होने से लोग भोजन की कमी से बेहाल हैं.
लोकसभा चुनाव के नतीजे आ रहे हैं और वोटों की गिनती जारी है जिस पर पाकिस्तान ने भी पैनी नजर रखी हुई है. शुरुआती रुझानों में एनडीए गठबंधन को बहुमत मिलता दिख रहा है लेकिन इंडिया ब्लॉक भी कड़ी टक्कर देता नजर आ रहा है. चुनाव नतीजों के शुरुआती रुझानों को लेकर पाकिस्तान के नेताओं की भी प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं.