
गुजरात: विदेश भेजने के नाम पर 10 लोगों से ठगी, फर्जी डॉक्यूमेंट बनाकर ठगे एक करोड़
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गांधीनगर पुलिस ने विदेश भेजने के नाम पर 10 लोगों से ठगी करने वाले का पर्दाफाश कर दिया है. शिकायतकर्ता ने कहा कि उन्होंने आरोपी को अलग-अलग वक्त पर कुल 1 करोड़ 2 लाख रुपये दिए, लेकिन दो महीने हो जाने के बाद भी जब फाइल्स की कोई प्रगति नहीं हुई तो डीकेश ने उर्जित से सवाल किए. जिस पर उर्जित ने बहाने बनाना शुरू कर दिया, जिससे डीकेश को शक हुआ और बाद में पुलिस से शिकायत दर्ज कराई.
गांधीनगर में ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और कनाडा में पीआर वीजा और नौकरी दिलाने के नाम पर 10 लोगों से एक करोड़ से ज्यादा रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है. पुलिस ने बताया कि इस मामले का खुलासा फर्जी डॉक्यूमेंट से हुई है और इस मामले में मुख्य आरोपी उर्जित कवि है.
पुलिस ने बताया कि इस मामले में पीड़ित डीकेश खमार ने शिकायत दर्ज कराई थी जो कि गांधीनगर में एक ओवरसीज कंसल्टेंसी चलाता है.
शिकायत के अनुसार, डीकेश खमार की मुलाकात पिछले साल अपने दोस्त प्रकाश के जरिए अहमदाबाद के उर्जित कवि से हुई थी. उर्जित ने डीकेश को भरोसा दिलाया कि वह ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और कनाडा के लिए वीजा और पीआर से संबंधित काम आसानी से कर सकता है. इस विश्वास के आधार पर डीकेश ने नवंबर 2024 में अपनी कंसल्टेंसी के 10 क्लाइंट्स के फाइल्स उर्जित को सौंप दिए. इन क्लाइंट्स को पीआर वीजा के साथ-साथ विदेश में नौकरी की जरूरत थी.
डीकेश ने बताया कि उन्होंने उर्जित को अलग-अलग वक्त पर कुल 1 करोड़ 2 लाख रुपये दिए, लेकिन दो महीने बीत जाने के बाद भी जब फाइल्स को लेकर कोई प्रगति नहीं हुई, तो डीकेश ने उर्जित से सवाल किए. उर्जित ने बहाने बनाना शुरू कर दिया, जिससे डीकेश को शक हुआ.
इसके बाद डीकेश ने चेतावनी देकर पैसे मांगे तो उर्जित ने मार्च के महीने में फाइल प्रोसेस करने के बिल और वीजा, स्पॉन्सर लेटर, पीआर कार्ड और कुछ डॉक्यूमेंट डीकेश को भेजे जिसे वेरीफाई करने पर वो फर्जी निकले. इस पर डीकेश ने पैसे मांगे तो उर्जित ने सारी फाइल कैंसिल कर उसे लौटा दीं और चेक दे दिए जो बाद में बाउंस हो गए.
इसके बाद परेशान होकर डीकेश ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी. पुलिस ने बताया कि उर्जित ने पूछताछ की जाएगी और जल्द ही उसे हिरासत में ले लिया.

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