
गिरफ्तारी से बचने के लिए 5वें फ्लोर पर चढ़ा अपराधी, कूदने की धमकी देने के बाद करने लगा लाइव स्ट्रीमिंग
AajTak
अहमदाबाद में एक नाटकीय गिरफ्तारी हुई. यहां एक वांछित अपराधी पांचवीं मंजिल पर चढ़कर पुलिस से बचने की कोशिश की और कूदने की भी धमकी दी. साथ ही उसने इस पूरे ड्रामे का वीडियो भी लाइव स्ट्रीम किया.
अहमदाबाद में एक नाटकीय गिरफ्तारी हुई. यहां एक वांछित अपराधी पांचवीं मंजिल पर चढ़कर पुलिस से बचने की कोशिश की और कूदने की धमकी दी. अभिषेक उर्फ 'शूटर' के रूप में पहचाने जाने वाले आरोपी ने सोशल मीडिया पर घटना का लाइवस्ट्रीम भी किया और पुलिस से पीछे हटने की मांग की. इस पूरी घटना का एक पुलिस अधिकारी ने वीडियो भी बना लिया.
पुलिस अधिकारी द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो में अभिषेक कह रहा है कि वह आत्मसमर्पण करने के बजाय कूदकर जान दे देगा. बताया जाता है कि अहमदाबाद क्राइम ब्रांच को शिवम आवास में अभिषेक के अपने घर पर मौजूद होने की सूचना मिली थी. जिसके बाद पुलिस टीम उसे गिरफ्तार करने पहुंची. हालांकि, पुलिस टीम को देखते हुए उसने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया और खोलने से इनकार कर दिया.
यह भी पढ़ें: Maharashtra: ठाणे में चाकू की नोंक पर नाबालिग लड़की से बलात्कार, 6 साल बाद अपराधी को 20 साल की सजा
इसके बाद उसने रसोई की खिड़की से भागने का प्रयास किया और एक बिल्डिंग के खिड़की के छज्जे पर खड़ा हो गया. यह नजारा देखकर नीचे भीड़ भी जमा हो गई. स्थिति को भापते हुए पुलिस ने फायर ब्रिगेड की टीम को भी बुला लिया और मौके पर पहुंची टीम ने उसे बचा लिया. इसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया.
वहीं, पुलिस ने जब आरोपी अभिषेक के घर का दरवाजा खोला तो वह 5वीं मंजिल के किनारे पर अनिश्चित रूप से खड़ा था और अपने मोबाइल फ़ोन के ज़रिए सोशल मीडिया पर घटना का लाइवस्ट्रीम कर रहा था. क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी द्वारा रिकॉर्ड किए गए एक अलग वीडियो में, जब अधिकारी अभिषेक को आत्मसमर्पण करने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे थे, तो उसे यह कहते हुए सुना गया, "मुझे पता है कि आप मेरे साथ कैसा व्यवहार करेंगे. इससे अच्छा है कि आत्मसमर्पण करने के बजाय मैं मर जाऊं."
गिरफ्तारी के बाद अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त अजीत राजियान ने कहा, "अभिषेक, जिसे शूटर संजय सिंह तोमर के नाम से भी जाना जाता है, अहमदाबाद के पूर्वी जिलों के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में दर्ज कई अपराधों में शामिल एक वांछित अपराधी रहा है. वह लंबे समय से गिरफ्तारी से बच रहा था. शहर की अपराध शाखा की कई टीमें सक्रिय रूप से उसका पता लगा रही थीं. शनिवार को सूचना से शिवम आवास के एक्स विंग के फ्लैट नंबर 505 में उसकी मौजूदगी की पुष्टि हुई."

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति को रूसी भाषा में भगवद गीता का एक विशेष संस्करण भेंट किया है. इससे पहले, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति को भी गीता का संस्करण दिया जा चुका है. यह भेंट भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को साझा करने का प्रतीक है, जो विश्व के नेताओं के बीच मित्रता और सम्मान को दर्शाता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कई अनोखे और खास तोहफे भेंट किए हैं. इनमें असम की प्रसिद्ध ब्लैक टी, सुंदर सिल्वर का टी सेट, सिल्वर होर्स, मार्बल से बना चेस सेट, कश्मीरी केसर और श्रीमद्भगवदगीता की रूसी भाषा में एक प्रति शामिल है. इन विशेष तोहफों के जरिए भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को दर्शाया गया है.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.







