
गन सेलिब्रेशन पर ICC में सुनवाई... बचने के लिए फरहान ने लिया धोनी-कोहली का नाम
AajTak
पाकिस्तान के खिलाड़ी साहिबजादा फरहान ने एशिया कप 2025 में भारत के खिलाफ मैच के दौरान किए गए गनशॉट जेस्चर को राजनीतिक नहीं बताया. ICC की सुनवाई में उन्होंने कहा कि यह सिर्फ व्यक्तिगत जश्न था और पूर्व भारतीय कप्तान धोनी और विराट कोहली भी ऐसे जेस्चर कर चुके हैं.
साहिबजादा फरहान ने एशिया कप 2025 में भारत के खिलाफ पाकिस्तान के सुपर 4 मुकाबले के दौरान अपने ऑन-फील्ड जश्न को राजनीतिक रूप से प्रेरित नहीं बताया. उन्होंने शुक्रवार को ICC की सुनवाई में स्पष्ट किया कि उनका कोई राजनीतिक संदेश देने का इरादा नहीं था.
इंडिया टुडे को मिली जानकारी के अनुसार, फरहान ने पहले के उदाहरणों का हवाला देते हुए कहा कि पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी और विराट कोहली ने भी जश्न के दौरान इसी तरह के गन-जेस्चर का इस्तेमाल किया था. फरहान ने यह भी जोड़ा कि एक पठान के रूप में, इस तरह के जेस्चर उनकी संस्कृति का हिस्सा हैं और आमतौर पर खुशी के अवसरों जैसे शादियों में देखे जाते हैं.
उन्होंने सुनवाई में हिस्सा लिया क्योंकि भारत ने ICC के सामने उनके और हारिस रऊफ के प्रोवोकेटिव जेस्चर के खिलाफ आधिकारिक शिकायत दर्ज की थी. यह जेस्चर उन्होंने 34 गेंदों में अर्धशतक पूरा करने के बाद किया, जिससे पाकिस्तान को शानदार शुरुआत मिली.
फरहान और रऊफ के जेस्चर भारत के खिलाफ मैच के दौरान काफी आलोचना का कारण बने. यह खासकर इस साल पहले हुए पहलगाम हमले और उसके बाद भारत की ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में संवेदनशील माना गया. फरहान का जश्न कई लोगों को राजनीतिक रूप से चुभने वाला लगा.
वह प्रतिक्रिया देते हुए कह चुके हैं कि यह केवल उनका व्यक्तिगत जश्न था और उन्हें इस बात की परवाह नहीं कि लोग इसे कैसे देख रहे हैं.
रऊफ को भी आलोचना का सामना करना पड़ा. उन्होंने महत्वपूर्ण विकेट लेने के बाद ‘6-0’ हाथ का इशारा किया और फाइटर जेट को शूट डाउन करने का नकल किया, जिसे कुछ लोग प्रोवोकेटिव और राजनीतिक तनाव से जोड़कर देख रहे थे.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.






