'गंगूबाई' का मुकदमा सुनते हुए जस्टिस इंदिरा ने सुनाई दर्दनाक सच्ची घटना, कोर्टरूम में पसरा सन्नाटा
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जस्टिस बनर्जी ने बताया कि उसके साथ हुई घटना सोचकर आज भी मेरी कंपकंपी छूट जाती है. एक रात में भोगे नरक की वजह से वह लड़की HIV पॉजिटिव हो गई. मैं जब उससे मिली तो उसने इस तरह मेरा हाथ पकड़ा और पूछा कि आखिर मैंने क्या किया है? मेरा कसूर क्या है? यह वाक्य बोलते-बोलते जस्टिस बनर्जी काफी भावुक और गंभीर हो गईं.
फिल्म 'गंगूबाई काठियावाड़ी' 25 फरवरी को रिलीज के लिए तैयार है. फिल्म पर रोक लगाने की अपील वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस इंदिरा बनर्जी ने 14 साल की एक लड़की की आपबीती सुनाई जो उस लड़की ने उनसे खुद साझा की थी. कहानी सुनाते हुए वह खुद भी काफी भावुक हो गईं. जस्टिस बनर्जी ने बताया कि वह कई सालों तक लीगल एड सोसाइटी का हिस्सा रही हैं. कोलकाता हाईकोर्ट की जज रहते समय वह लीगल सर्विसेज अथॉरिटी की चेयरपर्सन भी रहीं.
रिपोर्ट के मुताबिक, सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने 'सिंघम 3' को यूए सर्टिफिकेट दिया है. हालांकि फिल्म को कुछ बदलावों से भी गुजरना पड़ा. फिल्म को देख रही सेंसर बोर्ड की कमिटी ने पिक्चर में दो जगह 23 सेकेंड लंबे 'मैच कट' सीन को जरूरत के हिसाब से बदलने को कहा है. इसके अलावा कुछ सीन्स को डिलीट किया गया है.